रायपुर : अक्सर आपने सुना होगा कि हमारे जीवन में समृद्धि और धन धान्य की बढ़ोतरी में पितृ आशीर्वाद का अहम योगदान होता है, इसलिए कहा भी जाता है कि पितृ को खुश रखें. ऐसे में अमावस्या की तिथि बेहद शुभ बताई गई है. बता दें कि 6 जून को अमवास्या है, जिसे हम ज्येष्ठ अमावस्या भी कहते है. इस तिथि पर भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और पितृ की पूजा-अर्चना करना शुभ माना जाता है। अगर आपके घर में पितृ दोष है या पितृ नाराज हैं या घर में बरकत नहीं हो रही है, तो कुछ ऐसे आसान उपाय हैं जो ज्येष्ठ अमावस्या के तिथि पर जरूर करें। तो आइए जानते है क्या है वो उपाय।
06 जून को ज्येष्ठ अमावस्या की तिथि
प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य बताते है कि 06 जून को ज्येष्ठ अमावस्या की तिथि है. इस दिन कई वर्षों के बाद एक साथ कई शुभ संयोग बन रहे हैं. साथ ही ज्येष्ठ अमावस्या के दिन शिववास के अलावा सर्वार्थ सिद्धि योग और धृत योग भी है. जेठ अमावस्या के दिन पितृ को खुश करने के लिए सबसे अच्छा दिन माना जाता है. इस दिन गंगा स्नान करने के बाद पितरों की पूजा करें. साथ ही बताते है कि अगर पितृ की कृपा आपके ऊपर होगी तो हर काम में आपको सफलता मिलेगी और साथ में सब दुःख खत्म हो जाएंगे. इसके साथ ही यह दिन पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए सबसे बढ़िया दिन बताया गया है।
गंगाजल मिलाकर स्नान करें
ज्योतिष बताते हैं कि अगर आप इस दिन गंगा स्नान नहीं कर पाते हैं तो घर में ही गंगाजल मिलाकर स्नान करें। इसके बाद पितृ को याद करें. पितृ पूजन में घी, जौ, अक्षत होना अति जरुरी होता है. साथ ही पितृ को सफेद पुष्प चढ़ाएं। उसके बाद पितृ कवच का पाठ करें, ऐसा आप करेंगे तो आपके पितृ प्रसन्न हो जाएंगे और आपको पितृ दोष से मुक्ति मिलेगी। साथ ही पितृ की आशीर्वाद से सारे दुखों से मुक्ति मिलेगी और घर मे कभी भी क्लेश नहीं होगा. हमेशा घर में सुख समृद्धि बनी रहेगी।