रायपुर। पूरे भारत में इन दिनों पितृ पक्ष मनाया जा रहा है। लोग अपने पितरों को प्रसन्न करने और उनके आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए जलाशयों और घरों में तर्पण कर श्राद्ध कर रहे हैं। गरीबों, जरूरतमंदों को भोजन करा रहे हैं। साथ ही गोशालाओं में भी जमकर गोसेवा कर रहे है।
सर्वपितृ मोक्ष के दिन करें तर्पण
जो लोग किसी कारणवश इन दिनों नित्य जलाशयों में पहुंचकर तर्पण नहीं कर पा रहे हैं। वह सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या पर तर्पण कर सकते है। सर्वपितृ मोक्ष पर श्राद्ध कर पूरे 16 दिन का फल प्राप्त कर सकते हैं। ज्योतिषाचार्य पंडित संजय पुरोहित के मुताबिक 2 अक्टूबर को सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या का दिन है। इस दिन सभी तरह के ज्ञात और अज्ञात पितरों का तर्पण किया जा सकता है।
कई संयोग बन रहे हैं
वैसे तो पितरों का प्रतिदिन ही श्राद्ध करना चाहिए, लेकिन किसी वजह से यदि 16 दिन तर्पण नहीं कर पा रहे हैं, तो आखिरी दिन पितरों का तर्पण और श्राद्ध कर सकते हैं। पंडित संजय का कहना है कि इस साल कई ऐसे संयोग बन रहे हैं। जिनके चलते सर्व पितृमोक्ष अमावस्या पर किए गए श्राद्ध का पुण्य कई गुना होगा। इस दिन उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र है। देश के विभिन्न शहरों में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए नि:शुल्क श्राद्ध और तर्पण की व्यवस्था की गई है।
गरीबों को भोजन कराएं
इतना ही नहीं इन दिनों बड़ी संख्या में गरीब और जरूरतमंद लोगों को भोजन कराया जा रहा है। कई जगह अमावस्या पर न्यास द्वारा भोजन करने वाले लोगों को वस्त्र भी भेंट के रुप में दिए जाएंगे।