रायपुर: देश भर में लोकसभा चुनाव के पहले फेज की वोटिंग समाप्त हो गई है। छत्तीसगढ़ में पहले फेज की वोटिंग एकमात्र सीट बस्तर सीट पर संपन्न हुई। पहले फेज में बस्तर सीट पर 63.41 % वोटिंग हुई। प्रदेश के सभी 11 लोकसभा सीटों पर तीन चरणों में मतदान कराए जाएंगे। हालांकि अब दूसरे फेज में प्रदेश के तीन लोकसभा सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होना है।
पहले चरण में 63.41 फीसदी मतदान
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए 19 अप्रैल से वोटिंग शुरू हो चुकी है। छत्तीसगढ़ में सभी 11 लोकसभा सीटों पर तीन चरणों में वोटिंग हैं। पहले फेज की वोटिंग समाप्त हो चुकी है। वहीं दूसरे फेज की वोटिंग 26 अप्रैल को तीन सीटों पर होगी। तीन सीटों में महासमुंद, राजनांदगांव और कांकेर में मतदान होगा। हालांकि तीसरे फेज यानी लास्ट फेज में सात सीटों पर वोटिंग होगी। सात सीटों में कोरबा, सरगुजा, रायगढ़, बिलासपुर, दुर्ग, जांजगीर-चांपा, रायपुर में वोटिंग कराई जाएगी।
अभी प्रदेश के 11 सीटों में से नौ सीटों पर खिला है कमल
बता दें कि वर्तमान में प्रदेश के सभी 11 लोकसभा सीटों में से नौ सीटों पर बीजेपी का कमल खिला हुआ है। हालांकि दो सीट कांग्रेस के खाते में है. ऐसे में इस बार का मुकाबला अति रोमांचक बना हुआ है। दोनों पार्टी सभी 11 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करना चाहती है। हालाकिं इसका फैसला जनता करेगी, जो चार जून को सामने आएगा।
दूसरे फेज में तीन सीटों पर वोटिंग
प्रदेश में दूसरे फेज के लिए तीन सीटों पर वोटिंग कराइ जाएगी। तीन सीटों में महासमुंद, राजनांदगांव और कांकेर शामिल है। यहां से घोषित उम्मीदवारों की बात करें तो बीजेपी ने महासमुंद सीट से रूप कुमारी को उम्मीदवार बनाया है, तो कांग्रेस ने इस सीट से ताम्रध्वज साहू को मैदान में उतारा है। राजनांदगांव सीट से बीजेपी ने संतोष पांडे और कांग्रेस ने इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मैदान में उतारा है। वहीं कांकेर सीट से भाजपा ने भोजराज नाग को तो कांग्रेस ने इस सीट पर बीरेश ठाकुर को टिकट दिया है। हालांकि प्रदेश के सभी 11 सीटों में से एक सीट कांकेर पर मुकाबला हर साल चुनाव के समय मुकाबला दिलचस्प बना होता है। ठीक ऐसे भी इस साल इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प है।
2019 के परिणाम में बीजेपी को मिली अधिक सीट
2019 के लोकसभा चुनाव में चुनावी परिणामों की घोषणा 23 मई को हुई थी। परिणाम आते ही बीजेपी ने 303 सीटों पर जीत हासिल की थी। छत्तीसगढ़ की 11 में से 9 सीटों पर बीजेपी का कमल खिला था। वहीं, कांग्रेस केवल 2 ही सीट अपने नाम कर पाई थी।