रायपुर। प्रदेश में सिंधी पंचायत के अध्यक्ष पद के लिए पहली बार मतदान करवाया गया। इस चुनाव में महेश दरयानी को जीत मिली है। तो आइए जानते हैं कौन है महेश दरयानी जिनके सिर सजा जीत का ताज।
3 मार्च को आए चुनावी नतीजे
छत्तीसगढ़ सिंधी पंचायत के अध्यक्ष पद का चुनाव महेश दरयानी ने जीता है। बता दें कि उन्होंने चेम्बर अध्यक्ष अमर पारवानी पैनल से दरयानी ने 83 वोटों से बड़ी जीत अपने नाम की है। रविवार शाम यानी 3 मार्च को इस चुनाव का नतीजा सामने आया है। नतीजे आते ही समर्थकों में जश्न का माहौल देखा गया। जबकि कई सालों तक इस पंचायत के अध्यक्ष रहे श्रीचंद सुंदरानी पैनल से चेतन तारवानी की हार से बड़ा झटका लगा है।
इन्हें मिले इतने वोट
तेलीबांधा के शक्तिधाम भवन के पास दिनभर चुनावी गहमागहमी के साथ वोटिंग शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। जबकि राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के सभी जिलों की सिंधी पंचायत के मुखी, पदाधिकारियों और वोटर ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। छत्तीसगढ़ सिंधी पंचायत के कुल 660 वोटर्स में से 548 लोगों ने अपने मत का उपयोग किया। यानी 88 प्रतिशत मतदान में महेश दरयानी को 357 और चेतन तारवानी को 274 वोट हाथ लगे।
अधिकारियों ने घोषित किए नाम
मुख्य चुनाव अधिकारी श्रीचंद सुंदरानी और सहायक चुनाव अधिकारियों ने इस चुनाव में महेश दरयानी को विजयी घोषित किया है। ऐसे में सभी युवा कार्यकर्ताओं ने युवा नेतृत्व का भव्य स्वागत किया है। इसके साथ ही महेश के समर्थन में चुनाव नहीं लड़ने वाले बलराम आहूजा ने कहा कि चेम्बर अध्यक्ष अमर पारवानी के कुशल नेतृत्व की यह बड़ी जीत है।
अध्यक्ष महेश दरयानी ने कहा
नवनिर्वाचित अध्यक्ष महेश दरयानी ने अपने जीत का श्रेय संतों ,समाज के वरिष्ठजनों व पूरे प्रदेश व शहर के सिंधी समाज को दिया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि समाज को संगठित कर सिंधु एकता व विकास का नया अध्याय शुरू करेंगे। इस मामले में आसुदामल वाधवानी ने कहा कि समाज को अब सही व कुशल नेतृत्व मिला है, जिससे दिशा एवं दशा सुदृढ़ होगी।
इन लोगों की रही अहम भूमिका
बता दें कि छत्तीसगढ़ सिंधी पंचायत में 17 साल में बदलाव, सत्य की जीत करार देते हुए राजू चंदनानी, गौरव मंधानी, अनिल जयसिंघानी, विकास तनवानी,गिरीश लहेजा,विजय लाहरवानी,अमित उदासी,अनिल लाहौरी,अनूप मसंद, अमर गिदवानी, महेश रोहरा, कैलाश बालानी, भरत बजाज, बलराम आहूजा, सुभाष बजाज, अमित चिमनानी, प्रकाश दरयानी, तनेश आहूजा, कैलाश खेमानी, जय नानवानी,विजय छत्री, शंकर सचदेव,ज्ञानू उदासी, सागर दुलहानी, अमर चंदनानी, हरीश मदनानी सहित समर्थकों की चुनाव संचालन में अहम भूमिका रही।