रायपुर। 5 फरवरी से छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र की शुरुआत हुई है। ऐसे में बजट सत्र के दूसरे दिन मंगलवार यानी 6 फरवरी को सदन में शोरगुल का माहौल बना रहा। सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से शुरू हुई। सदन में दूसरे दिन के बजट सत्र संचालन के दौरान सार्वजनिक वितरण प्रणाली में हुए घोटाले को लेकर चर्चा हुई। इस घोटाले को लेकर सत्ता पक्ष ने विपक्ष के नेता खाद्द मंत्री दयालदास बघेल पर जमकर निशाना साधा।
सदन की समिति से जांच की मांग
PDS घोटाले को लेकर की गई सवाल पर खाद्द मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि इसमें 216.08 करोड़ का घोटाला हुआ है। इस घोटाले में जांच के मुताबिक राशन दुकानदारों पर कार्यवाई की गई है। इस दौरान सत्ता पक्ष विधायक ने कहा कि इस मामले में किसी भी अफसर पर कार्यवाई नहीं की गई है। इसलिए उन्होंने सदन से इस मामले की जांच भी की है। बता दें कि सदन की समिति से जांच करने कि घोषणा सरकार के तरफ से संसदीय कार्यमंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने की।
कई और मंत्रियों ने जताया आपत्ति
बता दें कि यह घोटाला कांग्रेस सरकार के दौरान राज्य में हुआ था। सदन में प्रश्नकाल के दौरान विधायक धरमलाल कौशिक ने इस मुद्दे पर जमकर बहस की। प्रश्नकाल के कड़ी में उन्होंने कहा कि चावल माफियाओं ने गरीबों के चावल की अफरा-तफरी की है। 24 मार्च 2023 तक पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने इस विषय पर रिपोर्ट देने की बात कही थी, लेकिन इससे पहले ही वे रफूचक्कर हो गए। सदन की कार्यवाही के दौरान विधायक अजय चंद्राकर और राजेश मूणत ने भी इस मामले पर कार्रवाई नहीं होने पर आपत्ति जताई है । मंत्री ने बताया कि 227 दुकानों को अब तक इस मामले में निलंबित किया जा चुका है। इसके साथ ही 24 दुकानदारों पर FIR भी दर्ज की गई है।
जानें कैसे हुआ घोटाला-
शक्कर – 5442 दुकान- 2807 मात्रा टन – 10.09 राशि करोड़ में
चावल – 5882 दुकान – 54240 मात्रा टन में – 192.65 राशि करोड़ में
चना- 3771 दुकान – 2440 मात्रा टन में – 13.34 राशि करोड़ में