रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद बीजेपी प्रदेश में सरकार बनाने की पूरी तैयारी में है। इस दौरान केंद्रीय नेतृत्व सीएम और मंत्रियों के चेहरे पर मंथन कर रहा है। बता दें कि सीएम के चेहरे को लेकर कई नाम सामने आए हैं। इसी बीच पूर्व मंत्री लता उसेंडी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वो सीएम पद की दौड़ में शामिल नहीं हैं।
तीसरी बार बनी विधायक
दरअसल, लता उसेंडी कोंडागांव सीट से तीसरी बार विधायक चुनी गई हैं। लता उसेंडी ने कहा कि वो न तो सीएम की दौड़ में हैं और न ही किसी अन्य रेस में हैं। उन्होंने स्वयं को बीजेपी का सिर्फ कार्यकर्ता बताया है। उन्होंने कहा कि सीएम कौन बनेगा, इसका फैसला केंद्रीय नेतृत्व करता है और जो वह तय करेगा सबको स्वीकार्य होगा। वहीं इस बार उन्हें कोंडागांव सीट से 80465 वोट के साथ जीत हासिल हुई है। उन्होंने कांग्रेस के कद्दावर नेता मोहन मरकाम को चुनावी शिकस्त दी है।
कौन हैं लता उसेंडी?
बता दें कि लता उसेंडी बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। उन्हें बीजेपी का बड़ा आदिवासी चेहरा माना जाता है। यही नहीं लता उसेंडी बीजेपी की पूर्ववर्ती सरकार में छत्तीसगढ़ की मंत्री भी रह चुकी हैं। इस बार भी उनका नाम सीएम की रेस में लिया जा रहा था लेकिन उन्होंने खुद ही अपना रुख साफ कर दिया है। इससे पहले लता उसेंडी ने 2003 और 2008 में विधानसभा का चुनाव जीता था। वो राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री बनी थी।