रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के लालपुर थाना, पेंड्री गांव स्थित तालाब में सोमवार को स्नान करने पहुंचे चार लोग लापता हो गए। बताया जा रहा है लोगों की ऐसी मान्यता है कि इस तालाब में स्नान करने से बीमारियां ठीक हो जाती हैं। जिसके बाद बीते एक महीने से इसी विश्वास के कारण लोग दूर-दराज के इलाकों से यहां पहुंच रहे हैं। सोमवार को यहां भीड़ इतनी ज्यादा बढ़ गई की कई लोग अपने परिवार से बिछड़ गए। इतना ही नहीं इनमें से चार लोगों का देर शाम तक पता नहीं चल पाया। ऐसे में भीड़ बढ़ने और लोगों के गायब होने की सूचना मिलने पर प्रशासन की टीम पहुंची। जहां देर रात तक तीन लोगों को खोजा गया वहीं अब भी एक का पता नहीं चल पाया है।
बीमारियां ठीक करने वाला तालाब
दरअसल, मुंगेली जिले के लालपुर थाना अंतर्गत पेंड्री गांव के खार में एक पुराना तालाब है। जिसको लेकर लोगों में यह मान्यता रही है कि इस तालाब में सोमवार को स्नान करने से पुरानी बीमारियां ठीक हो जाती हैं। इस बात की खबर फैलते ही बीते चार सप्ताह से गांव में लोगों की भीड़ उमड़ने लगी। सोमवार को भीड़ इतनी ज्यादा बढ़ गई की कई लोग अपने परिवार से अलग हो गए। इस दौरान भीड़भाड़ के बीच लोगों को खोज पाना मुश्किल हो गया। जिस कारण देर शाम तक चार लोगों का पता नहीं चल पाया।
तीन लोगों की खोज कर किया परिजनों के हवाले
वहीं, इस बात की जानकारी होते ही मौके पर पुलिस और प्रशासन की टीम गांव में पहुंची। प्रशासन की पहल पर हुई खोजबीन के बाद शत्रुहन लाल और जेठिया दिवाकर व फेकन बाई को खोज कर परिजनों के हवाले कर दिया गया। वहीं, मस्तूरी क्षेत्र के ग्राम लावर कोनी निवासी वासुदेव कैवर्त का मंगलवार की सुबह तक कुछ पता नहीं चला। पुलिस के अनुसार वासुदेव की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। कुछ लोगों ने उन्हें अपने गांव की ओर जाते हुए भी देखा है। हालांकि अभी तक वे अपने गांव नहीं पहुंचे हैं। पुलिस ने बताया कि उनकी तलाश जारी है।
जानें क्या है गांव की मान्यता
वहीं गांव में फैली इस मान्यता को लेकर गांव के लोगों ने बताया कि सालों पहले गांव में साधुओं का एक दल आया था। इस दौरान साधुओं ने गांव के तालाब के पास ही अपना डेरा जमाया। गांव वालों ने साधुओं के आने पर उनकी खूब आवभगत की। गांव वालों के इस व्यवहार से वे साधु बहुत प्रसन्न हुए और उन्होंने जाते समय गांव के लोगों को आर्शीवाद दिया। अब जाकर साधुओं का आर्शीवाद असर दिखा रहा है। इस बारे में गांव वालों का यह भी कहना है कि जिस तालाब में साधुओं ने स्नान किया था वहां सोमवार को स्नान करने से पुरानी बीमारियां ठीक हो जाती हैं।