रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस ने अपनी तीसरी सूची रविवार को जारी कर दी है। इस लिस्ट में सात नामों की घोषणा की गई है। कुल चार विधायकों का टिकट काटा गया है। इससे पहले दूसरी सूची में कांग्रेस ने 53 उम्मीदवारों के नामों का एलान किया था और पहली सूची में 30 नामों की घोषणा की गई थी। इस तरह कांग्रेस ने 90 सीटों पर अपने कैंडिडेट को मैदान में उतार दिया है।
विधानसभा की कुल 90 सीटें
छत्तीसगढ़ में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं। कांग्रेस की तीसरी लिस्ट में सात उम्मीदवारों के नाम हैं, जिसमें बैकुंठपुर विधानसभा सीट पर महासमुंद विधानसभा सीट पर रश्मि चंद्राकर, अंबिका सिंह देव, सराईपाली विधानसभा सीट पर चतुरी नंद, कसडोल विधानसभा सीट पर संदीप साहू,धमतरी विधानसभा सीट से ओंकार साहू, सिहावा विधानसभा सीट पर अंबिका मरकाम, रायपुर उत्तर सीट से विधायक कुलदीप जुनेजा को मैदान में उतारा है. इससे पहले जारी की गई पार्टी की दूसरी लिस्ट में कांग्रेस ने 53 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था. दूसरी लिस्ट में पार्टी ने कई पूर्व विधायकों की टिकट काटी थी. फिलहाल कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में अपने सभी उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं.
नामांकन की अंतिम तारिख
वहीं राज्य में 30 अक्टूबर को नामांकन की अंतिम तारिख है. छत्तीसगढ़ में दो चरणों में मतदान होंगे. पहली चरण की वोटिंग 7 नवंबर और दूसरी चरण की वोटिंग 17 नवंबर तय की गई है. वहीं चुनावी परिणाम 3 दिसंबर को घोषित किया जाएगा. बता दें कि छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल को कांग्रेस ने पाटन विधानसभा सीट से मैदान में उतारा है. हालांकि भाजपा ने छत्तीसगढ़ के पूर्व CM डॉ रमन सिंह को राजनंदगांव से अपना उम्मीदवार बनाया है.
मौजूदा 18 विधायकों को टिकट
इस साल की विधानसभा चुनाव की बात करें तो कांग्रेस ने अपने मौजूदा 18 विधायकों को टिकट दिया है. वहीं भाजपा ने अभी तक अपने 86 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की है. आपको बता दें कि साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बड़ा उलटफेर कर भाजपा को मात दी थी. बात करें साल 2018 में सीट की तो उस समय के चुनाव में कांग्रेस को 68, बीजेपी को 15, बीएसपी को 2 और अन्य को 5 सीटें मिली थीं. फिलहाल बता दें कि इस बार भी कांग्रेस पर अपनी सत्ता को बचाए रखने का पूरा प्रेशर बना हुआ है. वहीं भाजपा सत्ता में लौटने के लिए पूरी तैयारी कर रही है। प्रदेश भर में चुनावी माहौल के बीच पुलिस अलर्ट मोड में है। राज्य में निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और भयहीन मतदान कराने के लिए प्रशासन पूरी तैयारी में जुटी हुई है।