Sunday, November 24, 2024

Chhattisgarh: मूणत बोले, भूपेश पर अब जनता का ‘भरोसा’ नहीं!

रायपुर। इस साल के अंत मे छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इसे लेकर सत्ताधारी कांग्रेस और बीजेपी के नेता लगातार प्रदेश का दौरा कर रहे हैं. पीएससी घोटाला को लेकर प्रदेश की राजनीति कुछ दिनों से गरमाई हुई है. इस मामले मेें पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं।

कांग्रेस पर कई गंभीर आरोप – पूर्व मंत्री

प्रदेश के पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने आज सोमवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय एकात्म परिसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस की भूपेश सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल पीएससी घोटाले में जांच कराने की घोषणा क्यों नहीं कर रहे हैं? इसके आगे उन्होंने कहा कि शिकायत आने के बाद केवल दिखाने के लिए जांच की बात कर रहे हैं. भूपेश सरकार पिछले पांच सालों में कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं. राज्य सरकार के सह पर ही छत्तीगढ़ में स्कैम हुआ है. आज जितने भी अधिकारी जेल में बंद है सभी को सीएम का साथ मिला था।

भरोसा तोड़ने का काम किया है कांग्रेस

प्रदेश के पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने भूपेश है तो भरोसा है’ को लेकर कटाक्ष करते हुए कहा कि भूपेश ने छत्तीसगढ़ के लोगों का भरोसा तोड़ने का काम किया है. उन्होंने कहा कि 3 अक्टूबर यानी मंगलवार से भाजपा दूरबीन लेकर भूपेश सरकार के विकास के काम को ढूंढने के लिए निकलेगी। राजधानी रायपुर में एजुकेशन हब के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार किया गया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर के विकास के लिए 1 हजार करोड़ रुपए दिए. लेकिन उसका कोई टेंडर नहीं हुआ. इसके आगे उन्होंने दावा करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के 15 साल के कार्यकाल में एक भी भूमिपूजन बिना टेंडर के नहीं हुआ है. जबकि कांग्रेस के कार्यकाल में बिना टेंडर के ही सोनिया गांधी के हाथों से विधानसभा भवन का भूमिपूजन करवाया गया।

गायों को नसीब नहीं हो रहा चारा-पानी

पूर्व मंत्री मूणत ने जरवाय स्थित गौठन का मुद्दा उठाते हुए कहा कि गौठान में 6 गायें मर गईं. लेकिन किसी अधिकारी ने कुछ नहीं बोला, ना तो किसी ने इस पर ध्यान दिया। इतना ही नहीं इस मामले में निगम प्रशासन मौन रहा। जबकि इस मामले को लेकर कमिश्नर राजनीति कर रहे हैं. इसके आगे उन्होंने कहा कि गौठान के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए, लेकिन गायों को चारा-पानी तक नसीब नहीं हो रहा है. इतना ही नहीं इन गौठानों में मवेशियों के लिए न तो उपचार की सुविधा और न तो रखरखाव की उचित व्यवस्था है. गोठान में गाय बुरी हालत में रहने को बेहद मजबूर हैं. यही वजह है कि बिना चारा-पानी के 6 गायों ने दम तोड़ दिया।

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