रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में महज कुछ ही महीने बाकी हैं. इसे लेकर कांग्रेस की ओर से 19 लोगों ने दंतेवाड़ा विधानसभा (Dantewada Assembly Seat) सीट से अपनी दावेदारी पेश की है. इस बार चुनाव के लिए यह सीट काफी हाई प्रोफाइल सीट बन गई है।
दावेदारों की लिस्ट में कई युवा चेहरे
जानकारी के मुताबिक ऐसा पहली बार हुआ है जब इस सीट से दावेदारों की इतनी लंबी सूची देखी जा रही है. बता दें, कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाए जाने के लिए 27 अगस्त तक सभी ब्लॉकों के दावेदारों से आवेदन मंगाया था. जिसमें 19 लोगों ने दंतेवाड़ा विधानसभा सीट से अपनी दावेदारी पेश की है. ऐसे में यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि कांग्रेस यहां से अपना उम्मीदवार किसे बनाती है. इस सीट के लिए कर्मा और कांग्रेस एक दूसरे के पूरक के रूप में नजर आ रहे हैं. हालांकि इस बार चुनाव के लिए दावेदारों की लिस्ट में कई युवा चेहरे हैं।
कर्मा परिवार से 6 दावेदार
बता दें, कांग्रेस के दिवंगत नेता महेंद्र कर्मा की पत्नी देवती कर्मा और बेटा छबिंद्र कर्मा भी इस सीट के दावेदार हैं. इतना ही नहीं इसके अलावा कर्मा परिवार से ही चार और दावेदार हैं. इसमें सुरेश कर्मा, भानु कर्मा, मुकेश कर्मा और अधिवक्ता सत्यनरायण कर्मा का नाम शामिल हैं. जबकि दूसरी ओर मंत्री कवासी लखमा गुट से शंकर कुंजाम का नाम भी काफी चर्चा में बना हुआ है. शंकर कुंजाम बड़े बेड़मा से है. बताया जाता है कि ये वही बड़े बेड़मा गांव है जो सीपीआई (CPI) का गढ़ माना जाता रहा है. आबकारी मंत्री कवासी लखमा का लगाव कुआकोंडा ब्लॉक स्थित इस गांव से किसी से भी छुपा नहीं है।
लोकतांत्रिक प्रक्रिया का पालन कर रही कांग्रेस
आपको बता दें कि कवासी लखमा के मंत्री बनने के बाद दंतेवाड़ा में शुरूआती दौरा यानी पहला दौरा इसी गांव में हुआ था. यहां वे सबसे पहले समाजसेवी सोनी सोढ़ी के पिता मुंडा सोढ़ी और सीपीआई से पूर्व विधायक चाचा नंदाराम सोढ़ी के घर पहुंचे. कांग्रेस सरकार के कार्याकाल में इस परिवार की आर्थिक मदद भी हुई. कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अवधेश गौतम ने कहा कि दंतेवाड़ा विधानसभा से 19 आवेदन आए हैं. इसमें विधायक देवती कर्मा और बेटे छबिंद्र कर्मा का भी आवेदन शामिल है. इन सभी नामों को अब प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेज रहे हैं. पार्टी लोकतांत्रिक प्रक्रिया का पालन कर रही है