रायपुर: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान (ISRO) के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग हो गई है. LVM 3-M4 रॉकेट के माध्यम से आज दोपहर 02:35 बजे इसे सतीश धवन स्पेस सेंटर श्रीहरिकोटा बैंगलोर से चंद्रमा के लिए प्रक्षेपित किया गया. छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए कहा, मुझे अपने देश के वैज्ञानिकों पर उम्मीद है कि यह मिशन पूरी तरह से सफल होगा। इसके साथ उन्होंने कहा कि इससे हम सभी चांद के बारे में और बेहतर तरीके से जान पायेंगे।
24 अगस्त तक लैंडिंग होने की संभावना
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि तीन साल बाद हम चंद्रयान को प्रक्षेपित करने लिए पूरी तरह से तैयार है. इसके साथ उन्होंने इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी. इसरो की तरफ से बताया गया कि चंद्रयान-3 मिशन के माध्यम से अपने चंद्रमा मॉड्यूल द्वारा सतह पर सॉफ्ट-लैंडिंग करके और घूमकर अंतरिक्ष एजेंसी नई सीमाओं को पार करेगी। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी के मुताबिक चालीस दिन बाद यानी 23 या 24 अगस्त तक चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग होने की संभावना है।
आज दोपहर किया गया चंद्रयान-3 लॉन्च
आपकों बता दें, चंद्रयान-3 शुक्रवार 14 जुलाई को दोपहर 02:35 बजे लॉन्च किया गया. पृथ्वी से चंद्रमा की दुरी 384,400 किलोमीटर है. चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर पहुंचने की संभावित तिथि 23-24 अगस्त है, कुल मिलाकर अनुमान लगाया जा रहा है कि चंद्रयान-3 को चांद की यात्रा पूरी करने में करीब 40-41 दिनों का समय लगेगा। इस मिशन का पहला टारगेट चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग है। ये मिशन का सबसे जटिल हिस्सा भी है। दूसरा टारगेट रोवर का चंद्रमा की सतह पर चहलकदमी करना और तीसरा लक्ष्य रोवर से जुटाई जानकारी के आधार पर चंद्रमा के रहस्यों से परदा उठाना है।