रायपुर। कांकेर जिले में हत्या से जुड़ा मामला सामने आया है. बता दें, जिले के मोदे गांव में 9 दिन पहले एक बुर्जुग की मौत हुई थी, जिसे सगे बेटे ने ही हत्या कर हार्ट अटैक होना बताया था. इसके बाद आरोपी बेटे ने पिता का शव को कांकेर नगर से सटे भंडारीपारा में दफन कर दिया।
बेटी की शिकायत पर हुआ खुलासा
घटना के बाद मृत बाप के बेटी ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. दर्ज शिकायत के आधार पर शनिवार को पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी में कांकेर नगर से सटे भंडारीपारा में दफन शव को दुबारा खोद कर निकाला गया. इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. बताया जा रहा है कि जिस गांव में व्यक्ति की मौत हुई थी, वहां धर्म परिवर्तन मसले के कारण गांव के लोगों ने शव दफनाने नही दिया था. इसी वजह से शव को कांकेर में दफनाया गया था. स्थानीय लोगों का कहना है कि कांकेर में दफनाने में भी वहां के वार्ड के लोगों ने इसका विरोध किया था।
ईमलीपारा में दफनाया पिता का शव
मिली जानकारी के मुताबिक मृतक के भाई सगनूराम पटेल ने 15 जून को एसपी कार्यालय गए थे, जहां उन्होंने बताया कि उनके भाई बजरूराम पटेल ने दो शादी की थी. पहली पत्नी की एक बेटी जानकी बाई पटेल है, जिसकी शादी विश्रामपुरी के पलना में हुई है. पहली पत्नी की मौत होने जाने के बाद उसने दूसरी शादी कुमारी बाई से किया, इसके एक बेटा सुनील कुमार और दो बेटी अंजू एवं सुनीता हैं. इसके बाद कुमारी बाई और इसकी तीनों संतान ने धर्म परिवर्तन कर इसाई धर्म अपना लिया है, जिस कारण भाई बजरूराम शराब के नशे में ईसा मसीह को लेकर हमेशा विवाद होता रहता था।
पुलिस ने किया आरोपी को गिरफ्तार
इसी बीच उनका तबीयत ठीक था और 7 जून को हार्ट अटैक से उनकी मौत होने की खबर उसके बेटे ने परिजनों को दी. ग्रामीणों के विरोध करने पर उसके धर्म के लोग पहुंचकर शव को लेकर चले गए. उसके बाद ईमलीपारा में शव को दफनाया गया था. फिलहाल पुलिस आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच कर रही है।