रायपुर। कांकेर में जहां एक फूड इंस्पेक्टर अपने मोबाइल फोन के लिए 21 लाख लीटर पानी बहा कर बर्बाद कर दिया. वहीं से करीब एक किलोमीटर दूर पूरे गांव के लोगों का गला प्यास से सूखे हुए हैं. बता दें कि इस गांव के लोग रोज सुबह-सुबह बर्तन और प्लास्टिक का डिब्बा लेकर घरों से निकलते हैं. फिर गड्ढे में से पानी भरकर घर लेकर आते हैं. वहीं गड्ढे का पानी पीकर लोग अपनी प्यास बुझाते हैं. सबसे खास बात यह है कि इसी गड्ढे के पानी में मछलियां तैरती हैं और मेंढक कूदते रहते हैं. गड्ढे में जमा पानी के बारे में बात की जाए तो इतनी बदबू हैं कि आप हाथ भी नहीं लगाना चाहेंगे. जलाशय से कुछ दूरी पर पानी के लिए दौड़धूप की फोटो प्रदेश के लोगों को हैरान कर दिया है।
पानी को लेकर क्या है मामला?
कोयलीबेड़ा ब्लॉक के फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास एक हफ्ते पहले यानी 21 मई को अपने मित्रों के साथ परलकोट जलाशय के पास पिकनिक पार्टी मनाने के लिए गए थे. वहीं फोटो खींचने के दौरान साहब का महंगा मोबाइल पानी में गिर गया था. जब फोन गिरा उस समय परलकोट डैम में लगभग 12 फीट पानी भरा था. ऐसे में उन्होंने सबसे पहले फोन पानी में से निकालने के लिए गोताखोरों की सहायता ली. इसके साथ ही फूड इंस्पेक्टर ने मोबाइल ढूंढ निकालने पर बीस हजार इनाम देने की ऐलान भी कर दी. इनाम की खबर सुनकर आसपास के इलाकों से कई गोताखोर वहां पहुंचे, इसके बाद सभी गोताखोरों ने जलाशय में उतरकर अपनी-अपनी किस्मत आजमाया लेकिन किसी को भी मोबाइल-फोन हाथ नहीं आया।
गोताखोरों ने भाग्य आजमाना शुरू किया
मिली जानकारी के मुताबिक गोताखोरों ने डैम में बहुत ज्यादा पानी होने की वजह से खाद्य निरीक्षक का मोबाइल-फोन नहीं मिलने की बात बताया. इसके बाद जलाशय में पानी कम करने के लिए काम शुरू किया गया. इसके लिए 30 एचपी का मोटर पंप लगाकर चार दिन में जलाशय से 21 लाख लीटर पानी बहा कर बर्बाद कर दिया. जब पंखाजूर के परलकोट डैम में पानी घट कर बहुत कम हो गया, तब गोताखोरों ने भाग्य आजमाना शुरू किया। गुरुवार को पीवी-4 गांव का रहने वाला अजीत विश्वास सस्पेंड फूड इंस्पेक्टर साहब का महंगा फोन अंदर से निकाल कर ले आए और सौंप दिया. आखिरकार साहब का मोबाइल-फोन तो मिल गया, लेकिन पानी की बर्बादी गले की फांस बन गई. मोबाइल के लिए फूड इंस्पेक्टर विश्वास ने 21 लाख लीटर पानी बर्बाद करा दिया था. इसके बाद उसे सस्पेंड कर दिया गया है।