Friday, November 22, 2024

छत्तीसगढ़ः इलाज के नाम पर पैर में बेड़ियां लगाकर लड़की को रखा कैद, जिलाधिकारी के आदेश पर कार्रवाई

रायपुर। छत्तीसगढ़ में अभी भी अंधविश्वास की डोर बरकरार है. फिर इसके लिए क्रूर क्यों न बनना पड़े. कांकेर जिले में एक ऐसा ही मामला देखने को मिला है. जहां एक लड़की को मानसिक बिमारी बताकर उसके पांव में लोहे की जंजीर बांध दी गई है. बताया जा रहा है कि वह बार-बार अपने घर से बाहर निकल जाती है, इसलिए उसके पैर में चेन बांध दिया गया है. घर पर ही झाड़-फूंक से लड़की का इलाज किया जा रहा है।

जिलाधिकारी के आदेश पर कार्रवाई

मिली जानकारी के मुताबिक जिलाधिकारी को इस मामले की जानकारी मिली तो महिला एवं बाल विकास विभाग को जांच करने के आदेश दिए. इसके बाद महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम ने लड़की के पांव में लगी बेड़ियां से मुक्त कराई. इसके बाद हॉस्पिटल में उपचार कराने के लिए निर्देश दिए. महिला एवं बाल सरंक्षण अधिकारी रीना लारिया ने कहा कि जिलाधिकारी कांकेर के आदेश पर कार्रवाई की गई है. सरोना गांव में एक बैगा ने मानसिक रूप से कमजोर लड़की के पांव में लोहे की बेड़ियां पहनाकर उसे घर में कैद रखा था।

अंधविश्वास के प्रति जन जागरूकता अभियान

महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम ने बैगा से पूछताछ की तो पता चला कि लड़की भानुप्रतापपुर इलाके की रहने वाली है. जो मानसिक रूप से बिमार रहती है. लड़की के माता-पिता उसे उपचार करने लिए सौंप दिए है. अब जड़ी-बूटी के सहायता से और झाड़-फूंक कर लड़की का इलाज किया जा रहा है. लेकिन वह घर से बाहर बार-बार भाग जाती है. इसके वजह से उसके पैर में लोहे की चेन लगानी पड़ी. फसर रीना लारिया ने यह भी बताया कि पूछताछ में सामने आया है कि बैगा लगभग 20 साल से मानसिक रूप से कमजोर लोगों का उपचार झाड़-फूंक करके कर रहा था. उन्होंने बताया कि लड़की के परिजनों को बुलाकर उनके सामने ही लड़की की पैर में लगी बेड़िया खुलवाई. इसके बाद लड़की को माता-पिता को सौंप दिया गया है. जिला प्रशासन द्वारा अंदरुनी इलाकों में अंधविश्वास के प्रति जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।

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