रायपुर। अंबिकापुर में ठगी की शिकार एक युवती ने आत्महत्या कर ली. बता दें कि महिला से केबीसी (KBC) में 25 लाख रुपये की लॉटरी जीतने का झांसा देकर डेढ़ लाख (150000) रुपये की ठगी की गई थी. इसी मामले में पुलिस ने बिहार से अलग-अलग इलाकों से 7 युवकों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए युवकों से पता चला है कि इनका कनेक्शन अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से भी जुड़ा हुआ है। ये सभी पाकिस्तान और नेपाल देश से ठग घटना को अंजाम दे रहे थे. कुछ लोगों के माध्यम से यह पूरा नेटवर्क भारत में चल रहा है. हालांकि सीतापुर पुलिस मामले की जांच-पड़ताल करने में जुटी है।
लॉटरी जीतने का दिया झांसा
सरगुजा पुलिस अधिक्षक भावना गुप्ता ने बताया कि सेवंती पैंकरा पत्नी स्व. मानिकचंद ने लगभग एक महीने पहले पुल में कूदकर खुदकुशी कर ली थी. जोकि लिचिरमा गांव के रहने वाली थी. पुलिस जांच के दौरान पता चला कि उसके मोबाइल फोन में कुछ दिनों पहले एक शख्श ने केबीसी (KBC) के नाम पर फोन किया था. इसके बाद 25 लाख रुपये की लॉटरी जीतने का झांसा दिया. इसी दौरान महिला उसके झांसे में आ गई तो युवक ने प्रोसेसिंग फीस बताकर कुछ रुपये अपने बैंक खाता में जमा करा लिया. इसके बाद जब युवती ने पैसे डाले तो युवक ने कई बार फोन करके लॉटरी के नाम पर पैसे मांगने लगा।
युवक ने किया था फोन
मिली जानकारी के अनुसार पता चला कि महिला के पास करीब एक महीना पहले फोन आया था. बताया जा रहा है कि 23 मार्च को महिला सेंवती के पास 15 हजार रुपये खाते में डालने के लिए एक युवक ने फोन किया था. उसने युवती से कहा कि 15 हजार की लॉटरी लगाने से 25 लाख रुपये मिलेंगे। लाखों रुपये कि बात सुनते ही महिला अपनी बहू के साथ बैंक गई और 15 हजार रुपये उसके खाते में भेज दिए. इसके बाद 25 लाख की लॉटरी नहीं लगी तो महिला घबरा गई. लेकिन फिर भी युवकों ने लॉटरी जीतने के नाम पर लाखों रुपये अपने बैंक खातों में ट्रांसफर करा लिया।
लोगों को बनाते थे अपना शिकार
एसपी ने बताया कि जिन-जिन युवकों से सेंवती की फोन पर बात हुई थी. उनके मोबाइल नंबर और व्हाट्सअप नंबर का पता चला है. मोबाइल नंबर का आईपी एड्रेस पकिस्तान का होना बताया गया है. वहीं पुलिस टीम की जांच में मालूम चला कि पाकिस्तान में बैठे ठग केबीसी (KBC) में लॉटरी जीतने का झांसा देकर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं।
खातों में पैसा का ट्रांसजेक्शन
रिपोर्ट के अनुसार ठगी की राशी जिन-जिन खातों में पैसा का ट्रांसजेक्शन हुआ था. विशेष टीम ने उन सभी खाता धारकों से संबंधित केवाईसी डिटेल और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर प्राप्त किए. इसके बाद पैसों का ट्रांजेक्शन बिहार के पूर्णिया, कटिहार और आरा में होना पाया गया। इसके बाद पुलिस ने मनमोहन उर्फ मनीष मंडल, प्रदुमन कुमार सिंह, चक्रवर्ती आनंद, वलिउआल रियाज, शिवेन्द्र कुमार, आशीष मंडल और मो० साहीद आलम को गिरफ्तार किया है. इसके मास्टरमाइंड शिवेंद्र कुमार और वलिउल्लाह बताये गए हैं।