रायपुर। छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग ने राज्य में एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है. पिछले तीन साल से भी अधिक समय से गैरहाजिर हो रहे 11 चिकित्सकों की सेवाएं खत्म कर दी हैं. वहीं दो चिकित्सकों को कारण बताओ नोटिस भेज दिया है, जिन्हें 15 दिन के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है।
विभाग ने जारी किया था आदेश
स्वास्थ्य सेवाएं के संचालक की तरफ से जिसे अधिकार न दिया गया हो वैसे गैरहाजिर कुल 24 डॉक्टर्स के खिलाफ विभागीय जांच किए जाने के प्रस्ताव पर अनाधिकृत रूप से गैरहाजिर पांच चिकित्सकों अधिकारियों की गैरहाजिर अवधि को अकार्य दिवस घोषित किया गया था. वहीं 6 डॉक्टर्स की सेवा खत्म कर उनकी गैरहाजिर अवधि को मूलभूत नियम 17 ‘ए’ एवं पेंशन नियम 1976 के नियम 27 के आधार पर समाधान करते हुए विभागीय ने सात फरवरी को आदेश जारी किया था।
प्रकरण की सुनवाई तय की गई थी
वहीं 13 डॉक्टर्स को विभाग ने गैरहाजिर होने के वजह को स्पष्ट करने के लिए दिनांक 1 दिसम्बर 2022 को प्रकरण की सुनवाई तय की गई थी. लेकिन इन तेरह चिकित्सकों में कोई भी चिकित्सक सुनवाई में उपस्थित नहीं हुआ. इतना ही नहीं उनकी तरफ से कोई अभ्यावेदन भी नहीं दिया गया।
ये 11 चिकित्सक अधिकारी
ये 11 चिकित्सक अधिकारी की सेवा खत्म की गई है- डॉ. छवि जांगड़े, चिकित्सा अधिकारी, जिला चिकित्सालय बेमेतरा, डॉ. धर्मेंद्र कुमार, चिकित्सा अधिकारी, जिला चिकित्सालय कबीरधाम,जिला चिकित्सालय दुर्ग, डॉ. पारुल जोगी, चिकित्सा अधिकारी, डॉ. रिद्धी अरोरा, चिकित्सा अधिकारी, जिला चिकित्सालय दुर्ग, डॉ. सुरेंद्र कुमार सिस्टू, चिकित्सा अधिकारी,जिला चिकित्सालय सूरजपुर, डॉ. धनंजय प्रसाद साहू, चिकित्सा अधिकारी, डॉ. सुमीत सोलंकी, चिकित्सा अधिकारी,चिकित्सा अधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फरसाबहार, दस बिस्तर अस्पताल, नवा रायपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मस्तूरी, डॉ. तान्या मिश्रा, चिकित्सा अधिकारी, 50 बिस्तर, एमसीएच, डॉ. शारदा परिहार, चिकित्सा अधिकारी, जिला चिकित्सालय मुंगेली, डॉ. शबा परवीन, चिकित्सा अधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनहत और डॉ. कमल कुमार डहिरे शामिल हैं।