छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी के बीच ही फिर से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। रायपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग के जिलों में आज बारिश की चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग ने धमतरी-गरियाबंद समेत 9 जिलों में ऑरेंज और रायपुर-दुर्ग समेत 10 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है।
छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी के बीच ही फिर से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। रायपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग के जिलों में आज बारिश की चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग ने धमतरी-गरियाबंद समेत 9 जिलों में ऑरेंज और रायपुर-दुर्ग समेत 10 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। 4 दिन यानी आज (14 मई) से 17 मई तक कई इलाकों में अंधड़ और गरज चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।कहीं-कहीं जगहों पर बिजली भी गिर सकती है। रायपुर में मंगलवार को तेज हवाओं के साथ-साथ दोपहर में झमाझम बारिश भी हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर के मुताबिक, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के साथ दक्षिण-पश्चिम उत्तरप्रदेश से लेकर तमिलनाडु तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। बारिश के इन दोनों स्ट्रॉन्ग सिस्टम के एक्टिव होने से छत्तीसगढ़ में आंधी-बारिश की स्थिति बन रही है।
प्रदेश में अगले 3 दिनों तक कुछ हिस्सों में 40-60 किमी की रफ्तार से हवा चल सकती है। उसके बाद तापमान 2-3 डिग्री तक बढ़ेगा।मौसम विभाग के मुताबिक अगले 4 दिनों तक बस्तर संभाग के जिलों में आंधी के साथ बारिश होने की संभावना है। वहीं सरगुजा संभाग के जिलों में एक से तीन डिग्री तक तापमान में बढ़ोतरी होगी। रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर संभाग के जिलों में तापमान स्थिर रहेगा।
रायपुर में टेम्प्रेचर 41.8 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है,जो राज्य में दिन का सबसे गर्म स्थान रहा था।बिलासपुर में 41.6°C, मुंगेली में 40.5°C, और दुर्ग में 41.2°C तापमान दर्ज किया गया हैं ।जो सामान्य से कई अधिक था। वहीं रायपुर में आज दिन का तापमान 42 डिग्री और रात का पारा 30 डिग्री के आसपास रहने की संभावना जतायी है।
रायपुर और बिलासपुर में न्यूनतम तापमान 30 डिग्री के पार पहुंच चुका है। पिछले 24 घंटे में रायपुर में रात का पारा 30.9 डिग्री और बिलासपुर में 30.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था ।वहीं पर दुर्ग में 26.4 डिग्री, अंबिकापुर में 25.3 और जगदलपुर में 25.7 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया था ।
मई में हो रही यह बारिश कोई नई बात नहीं है। आमतौर पर मई में तेज बारिश और अंधड़ की स्थिति बनती ही है। कई बार तो मई की शुरुआत में कुछ सिस्टम बनने के कारण से प्रदेश में बारिश और तेज अंधड़ के एक-दो स्पैल भी आते हैं। इससे मई के पूरे महीने में अच्छी बारिश हो जाती है।
वैसे पिछले एक दशक से रायपुर में मई के महीने में सबसे ज्यादा बारिश 2021 में 93.2 मिमी रिकॉर्ड की गई थी। उस दौरान 24 घंटे में 57 मिमी बारिश 10 मई 2021 को दर्ज की गई थी।
मई में सिस्टम बनने पर समुद्र से आने वाली हवा तेजी के साथ आगे बढ़ती हैं जिससे अंधड़ की स्थिति बनती है। 25 मई के बाद से इस तरह की स्थितियां ज्यादा रहती हैं, उसी से मौसम में बदलाव की शुरुआत होने लग जाती है।
पश्चिमी विक्षोभ कैस्पियन या भूमध्य सागर से बनने वाले तूफान होते हैं। ये भारत के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में बारिश और ठंड को लाने का काम करते हैं। असल में ये हवाएं बर्फीली होती हैं, जो अपने साथ नमी भी लेकर आती हैं।पश्चिमी विक्षोभ भूमध्यसागर से निकलती हैं। इसके बाद ये ईरान, इराक, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से होते हुए सीधा भारत पहुंचती हैं। यहां पहुंचते ही यह मैदानी इलाकों में अपना असर दिखाना शुरू कर देती हैं ।