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Chhattisgarh Assembly: छत्‍तीसगढ़ में विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरूआत, रमन सिंह बने विधानसभा अध्यक्ष

रायपुर। छत्तीसगढ़ की छठवीं विधानसभा का तीन दिवसीय शुरू हो चुका है। जहां शपथ ग्रहण के बाद पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह को निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष चुना गया है। साथ ही सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। इसके बाद सीएम विष्‍णुदेव साय और नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत, रमन सिंह को आसंदी तक लेकर गए। […]

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Chhattisgarh Assembly
  • December 19, 2023 2:57 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

रायपुर। छत्तीसगढ़ की छठवीं विधानसभा का तीन दिवसीय शुरू हो चुका है। जहां शपथ ग्रहण के बाद पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह को निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष चुना गया है। साथ ही सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। इसके बाद सीएम विष्‍णुदेव साय और नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत, रमन सिंह को आसंदी तक लेकर गए। पूर्व सीएम रमन सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष का पदभार ग्रहण कर लिया। जिसके बाद विधानसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्‍थगित कर दी गई है।

विधायकों ने शपथ ग्रहण किया

बता दें कि इस तीन दिवसीय सत्र के पहले दिन प्रोटेम स्पीकर रामविचार नेताम ने सबसे पहले मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को शपथ दिलवाई। इसके बाद उप मुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा और नेता प्रतिपक्ष डा. चरणदास महंत को शपथ दिलवाई गई। इस दौरान ज्यादातर विधायकों ने हिंदी में शपथ ली, जबकि उप मुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा, नेता प्रतिपक्ष डा. चरणदास महंत सहित कई विधायकों ने छत्‍तीसगढ़ी में शपथ ली। वहीं कांग्रेस की विधायक विद्यावती सिदार, गुरु खुशवंत साहेब और प्रेमचंद पटेल ने संस्कृत में शपथ ग्रहण किया।

सत्र का दूसरा-तीसरा दिन

इसके अलावा 20 दिसंबर को सुबह 11.00 बजे राज्यपाल बिस्वभूषण हरिचंदन का अभिभाषण होगा। वहीं 21 दिसंबर को राज्यपाल के अभिभाषण पर कृतज्ञता ज्ञापन प्रस्ताव पर चर्चा, वित्तीय कार्य के साथ अन्य शासकीय कार्य किए जाएंगे।

पेश किया जा सकता है अनुपूरक बजट

जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सरकार के पहले सत्र में 10 हजार करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया जा सकता है। यह अनुपूरक बजट तीन योजनाओं पेश किया जा सकता है। जिसमें किसानों को दो साल के बकाया बोनस के लिए 2500 करोड़ रुपये, प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए तीन हजार करोड़ रुपये और महतारी वंदन योजना के लिए 500 करोड़ रुपये का प्रविधान हो सकता है।


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