रायपुर। छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव के परिणाम जारी किए जा चुके हैं। ऐसे में बीजेपी ने भारी मतों के साथ छत्तीसगढ़ में जीत का परचम लहराया है। इस बीच ये भी कहा जा रहा है कि बीजेपी ने इससे पहले हुए 2018 में हुए विधानसभा चुनाव का बदला भी ले लिया है। दरअसल, कबीरधाम […]
रायपुर। छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव के परिणाम जारी किए जा चुके हैं। ऐसे में बीजेपी ने भारी मतों के साथ छत्तीसगढ़ में जीत का परचम लहराया है। इस बीच ये भी कहा जा रहा है कि बीजेपी ने इससे पहले हुए 2018 में हुए विधानसभा चुनाव का बदला भी ले लिया है। दरअसल, कबीरधाम जिले में विधानसभा की दो सीटें हैं। 2018 के चुनाव में इन दोनों सीटों पर कांग्रेस का कब्जा था लेकिन इस बार इन दोनों ही सीटों पर कांग्रेस को झटका लगा है।
बता दें कि कांग्रेस को इन दोनों सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है। ये दोनों सीटें कवर्धा विधानसभा सीट और पंडारिया विधानसभा सीट हैं। जानते हैं कि आखिर किसने बदला इन दोनों सीटों का चुनावी समीकरण-
कवर्धा विधानसभा सीट
दरअसल, छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले की कवर्धा विधानसभा सीट की गिनती राज्य की वीआईपी विधानसभा सीटों में होती है। इस बार के चुनाव में कवर्धा सीट पर कांग्रेस ने मोहम्मद अकबर को चुनाव मैदान में उतारा था। 2018 में भी मोहम्मद अकबर ने इस सीट पर चुनाव जीता था। वहीं बीजेपी ने इस बार विजय शर्मा को टिकट दिया और उन्होंने मोहम्मद अकबर को 39592 वोटों से बड़ी शिकस्त दी।
पंडारिया विधानसभा सीट
वहीं पंडारिया विधानसभा सीट की बात करें तो इस सीट पर भी कांग्रेस ने 2018 कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। उस वक्त कांग्रेस की उम्मीदवार ममता चंद्राकर ने चुनाव जीता था। जबकि इस बार कांग्रेस ने यहां से नीलू चंद्रवंशी को उम्मीदवार बनाया था लेकिन उन्हें भी यहां पर हार का सामना करना पड़ा। बता दें कि पंजारिया सीट से बीजेपी ने भावना बोहरा को प्रत्याशी बनाया था जिन्होंने 26 हजार वोटों से बड़ी जीत दर्ज की है