रायपुर। शुक्रवार के दिन छत्तीसगढ़ पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है जब अलग-अलग स्थानों से डेढ़ दर्जन से अधिक दोपहिया वाहन और दो सूने मकानों में चोरी करने के वाले चार आरोपितों गिरफ्तार किया। जानकारी के मुताबिक इसमें से एक आरोपी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल का जवान है। यह आरोपी पहले भी चोरी करते हुए […]
रायपुर। शुक्रवार के दिन छत्तीसगढ़ पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है जब अलग-अलग स्थानों से डेढ़ दर्जन से अधिक दोपहिया वाहन और दो सूने मकानों में चोरी करने के वाले चार आरोपितों गिरफ्तार किया। जानकारी के मुताबिक इसमें से एक आरोपी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल का जवान है। यह आरोपी पहले भी चोरी करते हुए पकड़ा जा चुका है। मिली जानकारी के मुताबिक आरोपित जवान ही गैंग का मास्टर माइंड है।
ये लोग रायपुर से गाड़ी चोरी कर जगदलपुर सहित अन्य जगहों पर सस्ते दाम में बेच देते थे।
पकड़े गए चारों आरोपित चोरी के मामले में जेल जा चुके हैं। जेल से सभी गैंग बनाकर बाहर निकले और फिर चोरी करने लगे। पुलिस ने पुखराज जोशी उर्फ आलोक निवासी नहररोड भाठागांव, त्रिलोक शर्मा उर्फ रोहित निवासी भारत माता चौक, जितेंद्र सोलंकी उर्फ भगत निवासी लक्ष्मण नगर रामनगर और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के जवान अरविंद जुर्री निवासी तिरकाडन थाना चारामा जिला कांकेर को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार ये गैंग भीड़भाड़ वाली जगहों से मौका देखकर गाड़ी चोरी करती थी। इसके बाद ये लोग बाइक की नंबर प्लेट बदल कर दूसरे शहरों में बेचा करते थे। ये रोजाना शहर से 5-6 बाइक चोरी करते थे। ये कभी कोचिंग सेंटर के बहार से तो कभी घर के बाहर से गाड़ी पार कर देते थे। इसको रोकने और आरोपितों को पकड़ने के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की विशेष टीम का गठन किया गया है। टीम के द्वारा वाहन चोरी करने वाले पुराने आरोपितों की खोज-बीन में भी लगी थी। साथ ही हाल ही में जेल से रिहा हुए आरोपितों के संबंध में भी जानकारी एकत्र कर जांच की जा रही थी।
इसी बीच टीम को सूचना मिली कि थाना मौदहापारा क्षेत्र में एक व्यक्ति एक्टिवा स्कूटी बिक्री करने के लिए ग्राहक की खोज रहा है। जिस पर पुलिस ने उसे पकड़कर पूछताछ की। उसने अपना नाम पुखराज जोशी उर्फ आलोक निवासी भाठागांव पुरानी बस्ती रायपुर का होना बताया। टीम के सदस्यों द्वारा वाहन के दस्तावेज की मांग करने पर उसके द्वारा किसी प्रकार का कोई दस्तावेज प्रस्तुत न कर टीम को लगातार गुमराने के साथ ही वाहन को अपने तीन अन्य साथी त्रिलोक शर्मा उर्फ रोहित, जितेंद्र सोलंकी उर्फ भगत और अरविंद्र जुर्री के साथ मिलकर चोरी करना बताया गया।