रायपुर। कहा जाता है कि अगर इंसान कुछ करने की ठान ले, तो उसके लिए कुछ भी नामुकिन नहीं है. बस अपनी काम मंजिल को पाने के लिए दिल में जुनून होना चाहिए। ठीक इसी प्रकार की एक खबर छत्तीसगढ़ से सामने आई है. जहां सारांश पटेल ने रोजाना दस घंटे पढ़ाई कर अपनी मंजिल […]
रायपुर। कहा जाता है कि अगर इंसान कुछ करने की ठान ले, तो उसके लिए कुछ भी नामुकिन नहीं है. बस अपनी काम मंजिल को पाने के लिए दिल में जुनून होना चाहिए। ठीक इसी प्रकार की एक खबर छत्तीसगढ़ से सामने आई है. जहां सारांश पटेल ने रोजाना दस घंटे पढ़ाई कर अपनी मंजिल हासिल कर ली है।
सारांश पटेल ने बताया कि अगर अपने लक्ष्य को पाने के लिए जुनून है तो आप लगातार मेहनत करके अपने मंजिल को जरूर हासिल कर सकते हैं. सारांश ने बताया कि प्रतिदिन 8 घंटे से अधिक पढ़ाई करने का टारगेट लेकर चलते थे. इसके आलावा कोचिंग भी किया करते थे. साथ ही बड़े भाई और पापा भी पढ़ाई करवाने में सहयोग करते थे. उसने बताया कि इस वर्ष छत्तीसगढ़ में नीट में चालीस हजार से अधिक फॉर्म भरे गए थे. जिसमें 17610 छात्र पास हुए है. सारांश ने 690 अंक लाकर अपने लक्ष्य को हासिल किया है।
बता दें, मगंलवार की देर शाम नीट के परिक्षा परिणाम जारी कर दिए गए है. रायपुर का रहने वाले सारांश ने बताया कि उन्हें पढ़ाई के लिए उनकी मां लगातार मोटिवेट करती रहती थी. वह 690 अंक प्राप्त कर पूरे छत्तीसगढ़ में टॉप किया है. अगर ऑल इंडिया रैंकिंग की बात की जाए तो सारांश का 820 है. नीट के परीक्षा परिणाम आते ही सरांश के परिवारों के चेहरे पर खुशी छा गई. सारांश को पास होने की खबर पूरे गांव मेें भी फैल गई और आसपास के लोगों ने जमकर जश्न मनाया।
सारांश को आशीर्वाद देने के लिए गांव के लोग उसके घर पहुंचने लगे. लोगों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खूब जश्न मनाया। एक बार में ही अपने लक्ष्य को प्राप्त करने वाले सारांश ने अपने साथियों को तीन मंत्र भी बताए हैं. सारांश पटेल ने बताया कि मेरे सफलता में मेरे माता-पिता के साथ बड़े भाई की अहम भूमिका रहा है. इसके आलावा कोचिंग के शिक्षक भी काफी मदद करते थे. आपकों बता दें कि सारांश के पिताजी रेलवे में इंजीनियर हैं और बड़े भाई इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है. सानिध्य एनआईटी के आईटी शाखा से पढ़ाई कर रहे उनका भाई फिजिक्स और केमिस्ट्री जैसे अन्य विषयों में मदद करते थे।
जो लोग नीट पास करने के बारे में सोचते हैं और डॉक्टर बनना चाहते हैं, उन्हें बोर्ड परीक्षा की तैयारी के साथ-साथ इसकी भी तैयारी अभी से शुरू कर देनी चाहिए। उन्होंने बताया कि ऐसा करने से लक्ष्य प्राप्त करने में बेहद मदद मिलेगी क्योंकि दोनों का सिलेबस लगभग समान होता है. विषय का रिविजन भी बीच-बीच में करना चाहिए। ज्यादा से ज्यादा प्रश्न पेपर को सॉल्व करना और मॉक टेस्ट देना बहुत जरूरी है