रायपुर। छत्तीसगढ़ में कुछ महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. इसे देखते हुए अलग- अलग कर्मचारी संगठनों की ओर से धरना प्रदर्शन के माध्यम से अपनी मांग रखने की कवायदों में काफी तेजी देखी जा रही है। मांग पूरी नहीं हुई तो करेंगे उग्र आंदोलन बता दें, राजधानी रायपुर में विद्या मितान राज्य अतिथि शिक्षक […]
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कुछ महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. इसे देखते हुए अलग- अलग कर्मचारी संगठनों की ओर से धरना प्रदर्शन के माध्यम से अपनी मांग रखने की कवायदों में काफी तेजी देखी जा रही है।
बता दें, राजधानी रायपुर में विद्या मितान राज्य अतिथि शिक्षक कल्याण संघ ने अब कांग्रेस की भूपेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. अतिथि शिक्षकों ने शनिवार को रायपुर में अपनी मांगों को अर्धनग्न प्रदर्शन किया। वे भूपेश सरकार से नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी कर्मचारियों का कहना है कि अगर उनकी मांगे आगामी तीन दिनों में यानी 15 अगस्त तक पूरी नहीं होती है तो उनका आंदोलन और उग्र रूप धारण कर सकता है. प्रदर्शनकारियों ने बताया कि कांग्रेस की भूपेश सरकार उनके साथ वादाखिलाफी कर रही है।
राजधानी रायुपर में शनिवार को अर्धनग्न प्रदर्शन करने के दौरान एक कर्मचारी ने बताया कि कांग्रेस पिछले चुनाव के वक्त कहती थी कि उनकी सरकार बनी तो 10 दिनों में नियमित करेंगे, लेकिन पार्टी द्वारा किया गया वादा भूपेश सरकार अब तक पूरा नहीं की। जिस वजह से प्रदेश में कर्मचारी परेशान हैं. इतना ही नहीं कई बार विभागों में जानकारी मांगी गईं लेकिन हमेशा की तरह नियमितीकरण अभी भी अटका हुआ है. सरकार के वादाखिलाफी नीतियों को देखते हुए विद्या मितान अतिथि शिक्षक संघ ने अर्धनग्न प्रदर्शन करने का निर्णय लिया।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि कांग्रेस की भूपेश सरकार अपने घोषणा पत्र में उन्होंने 36 में से 34 वादे पूरे कर दिए हैं, लेकिन विद्या मितानों को लेकर किया गया वादा पौने पांच साल बीते के बाद भी पूरा नहीं हुआ. सरकार अब ये वादा कब पूरा करेगी? कर्मचारियों ने कहा कि सरकार से निवेदन कर रहे हैं कि जिस तरह से 15 अगस्त 1947 को देश को आजादी मिली थी, ठीक उसी प्रकार हम सभी को भी 15 अगस्त को आजादी प्रदान कीजिए।