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Chhattisgarh Election: महिलाएं संभाल रही अहम जिम्मेदारी, 201 मतदान केंद्रों पर हैं तैनात

रायपुर। छत्तीसगढ़ में आज दूसरे चरण का विधानसभा चुनाव जारी है। यहां 70 विधानसभा सीटों पर सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक वोटिंग होनी है। गौरतलब है कि आजाद भारत में ऐसा पहली बार हो रहा है कि पूरे विधानसभा में निर्वाचन का भार महिलाएं ही संभाल रही हैं। बता दें कि रायपुर […]

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Women are handling important responsibilities
  • November 17, 2023 12:45 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

रायपुर। छत्तीसगढ़ में आज दूसरे चरण का विधानसभा चुनाव जारी है। यहां 70 विधानसभा सीटों पर सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक वोटिंग होनी है। गौरतलब है कि आजाद भारत में ऐसा पहली बार हो रहा है कि पूरे विधानसभा में निर्वाचन का भार महिलाएं ही संभाल रही हैं। बता दें कि रायपुर उत्तर विधानसभा सीट में 201 मतदान केंद्र हैं और सभी संगवारी बूथ हैं। यही नहीं यहां पीठासीन अधिकारी से लेकर मतदान अधिकारी तक सभी महिलाएं हैं। इसके लिए यहां 804 महिलाओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है और लगभग 200 महिलाएं रिजर्व भी रखी गई हैं।

ज्यादातर बूथों की जिम्मेदारी संभाल रही महिलाएं

दरअसल, रायपुर उत्तर विधानसभा की आब्जर्वर एक महिला आईएएस अधिकारी विमला आर हैं। इसके साथ उनकी लाइजनिंग अधिकारी भी महिला ही हैं। इस बार ज्यादातर बूथों में सुरक्षा की जिम्मेदारी भी महिलाओं को ही दी गई है। उत्तर रायपुर विधानसभा के मतदाताओं के मतदान केंद्र में प्रवेश करने से लेकर मतदाता पर्ची चेक करने , रजिस्टर में हस्ताक्षर कराने से लेकर ऊंगली में स्याही लगाने तक का काम पूरी तरह महिलाओं को सौंपा गया है। बता दें कि 201 बूथों में इतनी ही महिला पीठासीन अधिकारी हैं और 603 मतदान अधिकारी भी हैं।

छत्तीसगढ़ में है लैंगिग समानता का प्रमाण

बता दें कि छत्तीसगढ़ के समाज में लैंगिक समानता गहराई से बसी हुई देखी जा सकती है। जिसका प्रमाण प्रदेश का लिंगानुपात इसकी गवाही देता है। इस बार रायपुर उत्तर विधानसभा में जहां सभी बूथों पर महिला अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है, वहीं लिंगानुपात 1010 है। देखा जाए तो प्रत्येक 1000 पुरुष के पीछे 1010 महिलाएं हैं।

महिलाओं के लिए सुखद पल

वहीं कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी डा. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने बताया कि निर्वाचन प्रक्रिया शुरू होते ही हमें यह विचार आया कि क्यों न जिले की एक विधानसभा में निर्वाचन का पूरा दायित्व महिलाओं को सौंपा जाए। उन्होंने बताया कि सभी ने इस विचार को सराहा था जिसके बाद हमने इसकी योजना बनाई थी। इसके अलावा मतदान दल से जुड़ी निशा रामटेके ने बताया कि हम लोगों के लिए यह बहुत सुखद क्षण है। उन्होंने कहा कि ट्रेनिंग में भी सारी महिलाएं ही थीं और अब हमारा मतदान दल भी महिलाओं का है। हम सब बहुत अच्छे से और सामंजस्य के साथ कार्य पूरा कर लेंगे।


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