रायपुर। छत्तीसगढ़ में कुछ ही दिनों बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। चुनाव की घोषणा के बाद से ही रायगढ़ इलाके की धरमजयगढ़ विधानसभा सीट पर सियासी दलों की होड़ शुरू हो गई है। इस बीच चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस और भाजपा, दोनों ही कमर कस चुके हैं। फिलहाल […]
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कुछ ही दिनों बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। चुनाव की घोषणा के बाद से ही रायगढ़ इलाके की धरमजयगढ़ विधानसभा सीट पर सियासी दलों की होड़ शुरू हो गई है। इस बीच चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस और भाजपा, दोनों ही कमर कस चुके हैं। फिलहाल इस सीट पर किसकी जीत होती है यह तो आने वाले समय में ही पता चल पाएगा।
दरअसल अगर बात करें 2018 के विधानसभा चुनाव की करें, तो धरमजयगढ़ की सुरक्षित विधानसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा के बीच ही मुख्य मुकाबला हुआ था। बता दें कि अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित इस सीट पर हुए चुनाव में कांग्रेस पार्टी की तरफ से लालजीत सिंह राठिया मैदान में उतरे थे। उस वक्त भी कांग्रेस पार्टी से उनका आमना-सामना हुआ था। भाजपा पार्टी ने लालजीत सिंह को टक्कर देने के लिए लीनव बिरजू राठिया को उनके विपक्ष में उतारा था।
बता दें कि धरमजयगढ़ सुरक्षित विधानसभा सीट के मतदाताओं ने कांग्रेस पार्टी के पक्ष में अपना भरोसा दिखाया था। उस वक्त कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के समर्थन में 95 हजार से भी अधिक वोट पड़े थे। वहीं भाजपा दूसरे स्थान पर रही थी। उस समय भाजपा को 54 हजार से कुछ ज्यादा मत मिले थे। राजनीतिक जानकारों द्वारा यह कयास लगाया जा रहा है कि इस साल होने वाले चुनाव में भी कुछ ऐसा ही होने वाला है।