रायपुर। देश भर में चलाए जा रहे शिक्षा के नाम पर लूट का धंधा करने वाले 20 स्कूलों को अब केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने रंगो हाथ पकड़ा है। CBSE बोर्ड ने ऐसे स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। देश भर के करीब 20 स्कूलों पर बोर्ड ने सख्त कार्रवाई की है। ऐसे […]
रायपुर। देश भर में चलाए जा रहे शिक्षा के नाम पर लूट का धंधा करने वाले 20 स्कूलों को अब केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने रंगो हाथ पकड़ा है। CBSE बोर्ड ने ऐसे स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। देश भर के करीब 20 स्कूलों पर बोर्ड ने सख्त कार्रवाई की है। ऐसे में छत्तीसगढ़ के दो स्कूलों की मान्यता रद्द कर दी गई है। बोर्ड ने बताया है कि सीबीएसई बोर्ड के नियमों का पालन नहीं होने पर बोर्ड ने इन तमाम स्कूलों की मान्यताओं को रद्द कर दी है।
बोर्ड द्वारा मान्यता रद्द होने की लिस्ट में छत्तीसगढ़ के रायपुर के न्यू राजेंद्र नगर स्थित द्रोणाचार्य पब्लिक स्कूल और सड्डू स्थित वाइकान स्कूल सहित दिल्ली के 5 , उत्तरप्रदेश के 3 , केरल, राजस्थान और महाराष्ट्र के 2 तथा जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश और असम का 1-1 स्कूल का नाम शामिल है।
CBSE सचिव हिमांशु गुप्ता ने इस मामले में बताया कि इन विद्यालयों ने डमी और अयोग्य छात्रों को एडमिशन दिया। वहीं बोर्ड ने कई राज्यों के स्कूलों जैसें दिल्ली, पंजाब और असम के तीन स्कूलों की मान्यता को डाउनग्रेड कर दिया है।
CBSE के नियमों के अनुसार, कक्षा में विद्यार्थियों की उपस्थिति 75 प्रतिशत जरुरी होती है। इससे कम उपस्थिति होने पर छात्रों को परीक्षा में बैठने की परमिशन नहीं दी जाती है। विशेष परिस्थितियों में ही सीबीएसई छात्रों को तय उपस्थिति में छूट देती है। वहीं डमी स्कूल की बात करें तो यह स्कूल छात्रों का एडमिशन ले लेते हैं, लेकिन कक्षा में छात्रों की उपस्थिति अनिवार्य नहीं होती है। इसके साथ स्कूल छात्रों की फर्जी उपस्थिति बोर्ड को सौंप देती हैं। स्कूल में आने के बजाय छात्र उस समय को कोचिंग सेंटर में इस्तेमाल करते हैं। समान्यतः दसवी से बारहवीं कक्षा तक पढ़ने वाले छात्रों के मामले में इस तरह के डमी स्कूल के मामले देखे जाते हैं।