रायपुर। छत्तीसगढ़ में खिचड़ी यानि मकर संक्रांति के साथ दिन लंबे होने शुरू हो जाएगा। आने वाले दिनों में राजधानी में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना काफी कम हो गई है। अभी उत्तरी इलाके में शीतलहर की स्थिति बनी हुई है, मगर अनियमित हवा के प्रभाव से शहर का पारा सामान्य से ज्यादा बना […]
रायपुर। छत्तीसगढ़ में खिचड़ी यानि मकर संक्रांति के साथ दिन लंबे होने शुरू हो जाएगा। आने वाले दिनों में राजधानी में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना काफी कम हो गई है। अभी उत्तरी इलाके में शीतलहर की स्थिति बनी हुई है, मगर अनियमित हवा के प्रभाव से शहर का पारा सामान्य से ज्यादा बना हुआ है। 19 जनवरी को हवा की दिशा में बदलाव हो सकते हैं।
मौसम विशेषज्ञ HP चंद्रा के मुताबिक कुछ दिन पहले मौसम में बदलाव तो हुआ, मगर इसका असर मिला-जुला रह गया. उत्तरी इलाके में तापमान में गिरावट आने के कारण वहां शीतलहर जैसी स्थिति बन गई, पर मध्य इलाके तक पहुंचते-पहुंचते हवा की दिशा और चाल में गड़बड़ा गई तथा यहां ठंड का असर नहीं हो पाया। अब पश्चिमी विक्षोभ का असर होने से राज्य में उत्तर-पूर्वी हवा का आगमन हो रहा है, जिसमें 4 दिन बाद बदलाव होने के आसार बन रहे हैं। इससे ठंड की वापसी आने की आसार है।
मौसम वैज्ञानिको का तर्क है कि प्रशांत महासागर में अलनीनो का असर है, जिस कारण से तापमान सामान्य से ज्यादा रहने की संभावना काफी अधिक है। इस संभावना से भी इनकार नहीं किया जा रहा है कि इस सीजन में अब रायपुर में कड़ाके की ठंड का असर होगा। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक इस बार जनवरी में रायपुर का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे नहीं जा पाया है। पश्चिमी व्यवधान के अलावा छाने वाले बादल ने अब तक यहां ठंड का असर नहीं होने दिया है. पिछले वर्ष जनवरी में शहर का तापमान 10 डिग्री तक उतरा था। इस बार शहर का तापमान इतना नीचे जाने की संभावना काफी कम नजर आ रही है। बता दें ऐसी मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन से सूर्य की दिशा उत्तरायण होने लगती है. इससे दिन की अवधि धीरे-धीरे बढ़ने लगती है और ठंड का असर कम होने लगता है।