रायपुर। रायगढ़ के गांव वासी हाथियों के तांडव से परेशान हो गए दरअसल रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल में हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया और सैकड़ों एकड़ फसल रौंद डाली वन मंडल में हर तीसरे दिन हाथी किसानों के दुकान,मकान और संपत्तियां को ध्वस्त कर रहे हैं. हर तीसरे दिन किसानों का होता है […]
रायपुर। रायगढ़ के गांव वासी हाथियों के तांडव से परेशान हो गए दरअसल रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल में हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया और सैकड़ों एकड़ फसल रौंद डाली वन मंडल में हर तीसरे दिन हाथी किसानों के दुकान,मकान और संपत्तियां को ध्वस्त कर रहे हैं.
रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल में हाथियों का उपद्रव बढ़ता जा रहा है। जिसकी चपेट में आए दिन दर्जनों किसान घर से बेघर होते जा रहे हैं। ऐसे में वन विभाग महज मुआवजा देकर मामले से पल्ला झाड़ रहा है, लेकिन सालों से चली आ रही इस समस्या का कोई स्थाई समाधान नहीं कर रहा है। वन मंडल के हाथियों ने पिछले साल में 27 से ज्यादा किसानों के घरों को उजाड़ दिया। यही नहीं विभागीय आंकड़ों की मानें तो हाथियों ने 73 किसानों के 73 लाख से ज्यादा की संपत्तियों को नष्ट कर दिया है। इस लिहाज से देखें तो लगता है कि वन मंडल में हर 3 दिन किसानों के दुकान, मकान और संपत्तियां ध्वस्त हो रहे हैं।
गौरतलब है कि पिछले साल तुलना में हाथियों का उपद्रव दोगुना हो गया है। इससे पहले वन विभाग ने 27 किसानों के मकान धवस्त हो जाने पर उन्हें 42 लाख 47,000 रुपए का मुआवजा दिया गया। जबकि 73 ऐसे किसान हैं जिनकी 37 लाख 73 हजार 99 रुपए की संपत्तियों को हाथियों ने तबाह कर दिया। विभाग ने साल 2023 में 100 किसानों को दुकान, मकान और बोर पंप के अलावा अन्य संपत्तियों के नुकसान का कुल 80 लाख 2193 रुपए का मुआवजा वितरण किया है, जो पिछले साल की तुलना में दोगुना ही है। जबकि फसलों की क्षति अलग है।
धरमजयगढ़ वन मंडल में हाथियों ने 2023 नवंबर में 1361 किसानों की सैकड़ों एकड़ फसलों को रौंद डाला और किसानों के खून-पसीने की मेहनत को चर गए। इसमें विभाग की ओर से फसल के नुकसान के नाम से 88 लाख 18 हजार 160 रुपए का फसल क्षति का मुआवजा किसानों को दिया है। वहीं घायलों को 2 लाख का अतिरिक्त मुआवजा का भुगतान किया है। कुल मिलाकर विभाग ने 2023 में 1 करोड़ 51 लाख 33 हजार 53 रुपए का मुआवजा ग्रामवासियों का दिया है। धरमजयगढ़ DFO अभिषेक जोगावत ने बताया कि किसानों के दुकान, मकान और फसल क्षति के अलावा जनहानि के मामले में किसानों को तकरीबन डेढ़ करोड़ का मुआवजा वितरण किया गया है।