रायपुर। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन भगवान श्रीराम के ननिहाल छत्तीसगढ़ राममय हो गया। इस शुभ अवसर पर प्रदेश में अनेक कार्यक्रम हुए। इसके साथ ही दीवाली की तरह घरों-घर को दीपो से सजाया गया और रंगोली भी बनाई गई। ननिहाल हुआ राममय अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में […]
रायपुर। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन भगवान श्रीराम के ननिहाल छत्तीसगढ़ राममय हो गया। इस शुभ अवसर पर प्रदेश में अनेक कार्यक्रम हुए। इसके साथ ही दीवाली की तरह घरों-घर को दीपो से सजाया गया और रंगोली भी बनाई गई।
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पूरा देश राममय रहा। लोगों में उत्साह देखा गया। वहीं प्रदेश में इस शुभ अवसर पर अनेक कार्यक्रम हुए। इसके साथ ही दीवाली की तरह घरों-घर में दीप जलाए गए और रंगोली भी बनाई गई। वहीं राजधानी रायपुर स्थित साइंस कॉलेज मैदान में धान से भगवान श्रीराम की मनमोहक रंगोली बनाई गई है। जिसे काफी रोचक तरीके से बनाया गया है। इस रंगोली में भगवान श्रीराम के सौम्य चेहरे को दर्शाया गया है। छत्तीसगढ़ राष्ट्रवादी संघ की पहल पर इसे कलाकारों द्वारा तैयार किया गया।
दावा किया जा रहा है कि ये धान से बनी विश्व की सबसे बड़ी रंगोली है। इसे अंतरराष्ट्रीय रंगोली कलाकार प्रमोद साहू और उनकी टीम ने मिलकर 4 दिनों में तैयार किया है। धान से इस रंगोली को बनाने के लिए 51 कलाकरों ने कड़ी मेहनत और लगन से बनाया है। धान को अनेक रंगों में रंगकर रंगोली बनाया गया। लगभग 7500 किलो चावल और धान से भगवान श्रीराम की रंगोली को तैयार किया गया है। इसे लगभग 19600 स्केवयर फीट में तैयार किया गया है। इसके साथ ही रंगोली को विश्व रिकॉर्ड में शामिल करने के लिए आवेदन भेजा गया है।