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Chhattisgarh Election 2023: छत्तीसगढ़ में सत्ता की चाबी हैं ये सीट, आखिर कौन मारेगा बाजी?

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण में बस्तर संभाग के 12 और दुर्ग संभाग के 8 सीटों पर 7 नवंबर को मतदान होना है। बता दें कि बस्तर संभाग के 12 विधानसभा सीटों में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराना चुनाव आयोग के लिए बड़ी चुनौती है। सभी 12 विधानसभा सीट क्षेत्र नक्सल प्रभावित […]

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Chhattisgarh Elections 2023
  • November 2, 2023 4:44 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण में बस्तर संभाग के 12 और दुर्ग संभाग के 8 सीटों पर 7 नवंबर को मतदान होना है। बता दें कि बस्तर संभाग के 12 विधानसभा सीटों में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराना चुनाव आयोग के लिए बड़ी चुनौती है। सभी 12 विधानसभा सीट क्षेत्र नक्सल प्रभावित होने के कारण यहां चुनाव आयोग ने बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया है। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी और कांग्रेस के नेता भी यहां चुनौती का सामना कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने बस्तर की 12 सीटों पर जीत हासिल की थी, लेकिन अब यह कहा जा रहा है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में स्थिति बदली है। अब इन 12 विधानसभा सीटों में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है।

बीजेपी और कांग्रेस है हमर राज पार्टी

दरअसल, बस्तर के राजनीतिक जानकारों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में सत्ता की चाबी पाने के लिए इन 12 विधानसभा सीट को जितना जरूरी होता है। ऐसे में प्रथम चरण के चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के नेता चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं। श्रीनिवास रथ ने बताया कि इस बार कांग्रेस और बीजेपी से नाराज होकर हमर राज पार्टी ने भी अपने प्रत्याशी खड़े कर दिए हैं। ऐसे में इस पार्टी के प्रत्याशी भी बीजेपी और कांग्रेस का वोट काट सकते हैं। 2013 के विधानसभा चुनाव में बस्तर की 12 विधानसभा सीटों में से 8 सीट बीजेपी के पाले में और चार सीट कांग्रेस के पाले में गई थी, वहीं 2018 के चुनाव में सभी सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। अब ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि वर्तमान विधायकों के दोबारा टिकट दिए जाने से कुछ जगहों में विधायकों पर जनता की नाराजगी दिख रही है। जिसमें नारायणपुर , कोंटा, बीजापुर और जगदलपुर में कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ सकता है।

कांग्रेस नेता ने गिनाई सरकार की उपलब्धियां

बता दें कि कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता जावेद खान का कहना है कि पिछले 5 साल के कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में 2 साल कोरोना में निकल गया। वहीं बचे हुए 3 साल में गांव-गांव में विकास कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी के कार्यकाल में 15 साल में ग्रामीण क्षेत्रों का जो विकास नहीं हो पाया, वह कांग्रेस सरकार ने 5 साल में कर दिखाया है। कांग्रेस ने किसानों का कर्ज माफ, 2500 समर्थन मूल्य में धान खरीदी और बिजली बिल हाफ जैसी कई योजनाएं सरकार ने चलाई हैं।

संजय पांडे का कांग्रेस पर तंज

इस दौरान बीजेपी के प्रवक्ता संजय पांडे ने कहा कि संभाग के पूरे 12 विधानसभा सीटों में कांग्रेस के प्रति लोगों में काफी नाराजगी देखने को मिली है। इस 15 साल के शासनकाल में बीजेपी ने जो विकास कार्य किया है, वह सभी विकास कार्य बीते 5 साल में ठप पड़ गया। उन्होंने कहा कि बस्तर में केवल कांग्रेस के कार्यकाल में धर्मांतरण और कमीशन खोरी को बढ़ावा मिला है। यही नहीं सभी सरकारी योजनाओं में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है।


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