रायपुर : बलौदाबाजार में बीते सोमवार को हिंसा हुई। इसके बाद से इसकी आग तो शांत हो गई है, लेकिन राजनीतिक गलियारे में सरगर्मी कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। मामले को लेकर पक्ष और विपक्ष लगातार एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में लगे हुए हैं। सियासी बयानबाजी के दौर में अब […]
रायपुर : बलौदाबाजार में बीते सोमवार को हिंसा हुई। इसके बाद से इसकी आग तो शांत हो गई है, लेकिन राजनीतिक गलियारे में सरगर्मी कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। मामले को लेकर पक्ष और विपक्ष लगातार एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में लगे हुए हैं। सियासी बयानबाजी के दौर में अब भीम आर्मी चीफ व यूपी के नगीना से सांसद चंद्रशेखर आज़ाद की एंट्री हुई है। इस मामले को लेकर उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर ट्वीट करते हुए इस हादसे को बर्बरतापूर्ण दमन बेहद पीड़ादायक और निंदनीय बताया है।
आजाद ने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा,”छत्तीसगढ़ के रायपुर में सतनामी समाज की पवित्र अमरगुफा को तोड़ने और जैतखाम (सतनामी पंथ के ध्वज) को काटकर फेंकने की घटना के संबंध में शासन द्वारा महीने भर से ज्यादा समय में भी कार्यवाही न करने पर भीम आर्मी, व अन्य संगठन द्वारा शान्तिपूर्वक ज्ञापन देने के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा किए गए कृत्यों के लिए प्रशासन द्वारा सभी कार्यकताओं का बर्बरतापूर्ण दमन बेहद पीड़ादायक और निंदनीय।”
उन्होंने आगे लिखा कि,”निर्दोष लोगों पर कार्यवाही से सतनामी समाज मे डर का माहौल बन गया है, ऐसा लगता है कि किसी बदले की भावना से यह सब किया जा रहा है। मैं @ChhattisgarhCMO से मामले की निष्पक्ष जांच और कार्यकताओं के इस बर्बरतापूर्ण दमन को तत्काल रोकने की मांग करता हूं। यह दमन हम बर्दाश्त नही करेंगे। जल्द में रायपुर पहुंच कर पीड़ित परिवारों से मिलूंगा।”
प्रदेश के मुखिया विष्णुदेव साय ने भी इस हिंसा पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने कहा कि, कानून को हाथ में लेने वालों के ऊपर कार्रवाई होगी। (CG government’s action on Balodabazar violence and arson) हिंसा में शामिल किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा। लोकतंत्र में प्रदर्शन करने का अधिकार सबको है लेकिन कोई सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाए यह बर्दाश्त नहीं होगा।