रायपुर: देश में लोकतंत्र का महापर्व चल रहा है। इसको लेकर पूरे देश में पिछले तीन महीने से आचार संहिता लगी हुई है। हालांकि लोगों को अब 4 जून का बेसव्री से इंतजार है। क्योंकि उस दिन लोकसभा चुनाव का रिजल्ट जारी होगा। बता दें कि आचार संहिता के कारण कहीं ना कहीं आम जनता […]
रायपुर: देश में लोकतंत्र का महापर्व चल रहा है। इसको लेकर पूरे देश में पिछले तीन महीने से आचार संहिता लगी हुई है। हालांकि लोगों को अब 4 जून का बेसव्री से इंतजार है। क्योंकि उस दिन लोकसभा चुनाव का रिजल्ट जारी होगा। बता दें कि आचार संहिता के कारण कहीं ना कहीं आम जनता का काम भी प्रभावित हो रहा है। हालांकि ऐसी स्थिति पहली बार नहीं हुई है। ये हमेशा से होते रहा है। इस साल 2024 में मात्र 100 दिन ही काम होंगे।
एक आंकड़े के अनुसार पिछले 5 वर्ष में टोटल 1826 दिनों में सिर्फ 961 दिन ही सरकारी ऑफिस में काम हुए हैं। 235 दिन तो विधानसभा समेत अन्य चुनाव में काम प्रभावित रहा। एक आंकड़े के मुताबिक पांच वर्ष में 630 दिन वीकेंड समेत अन्य छुट्टियां होती हैं। मतलब 365 दिन में करीब 125 छुट्टियां मिलती है। ऐसे में एक साल में 240 दिन ही कर्मचारियों को काम करना पड़ता है। उसमें भी चुनाव जैसे काम आने की वजह से पूरे साल में 100 दिन से ज्यादा काम नहीं हो पाता है।
इस मामले में साल 2023 और 2024 सबसे अधिक प्रभावित हुआ। क्योंकि पिछले साल 2023 में कई राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए, जिसमें 57 दिन काम प्रभावित हुआ और अब लोकसभा चुनाव में 83 दिन की आचार संहिता से काम प्रभावित है। वहीं अब नवंबर और दिसंबर में माह में नगरीय निकाय के इलेक्शन होने वाले हैं। ऐसे में करीब 1 माह पहले उसके लिए भी आचार संहिता लगेगी।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक आचार संहिता लागू होने के दौरान किसी भी प्रकार का सरकारी काम नहीं होता है। इसके साथ ही न तो कोई नई भर्ती का ऐलान होता है और इस वजह से रिजल्ट में भी कई बार विलंब आती है। वहीं पंचायत चुनाव में भी ऐसा ही कुछ होता है। इस तरह देश भर में पांच वर्ष में चार बार देश को आचार संहिता का सामना करना पड़ता है, ऐसे में सरकारी कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले रहती है, उन्हें कम काम करना पड़ता है।