रायपुर। उत्तर प्रदेश के वृन्दावन से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक दिव्यांग लड़की ने भगवान शालिग्राम के साथ शादी रचा ली। इस दौरान लड़की के घर पर बारात आई। डेहरी पूजन हुआ, परिग्रह संस्कार और आदि सभी कार्यक्रम पूरे हिंदू रीति रिवाज के साथ पूरे किए गए। संत समाज […]
रायपुर। उत्तर प्रदेश के वृन्दावन से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक दिव्यांग लड़की ने भगवान शालिग्राम के साथ शादी रचा ली। इस दौरान लड़की के घर पर बारात आई। डेहरी पूजन हुआ, परिग्रह संस्कार और आदि सभी कार्यक्रम पूरे हिंदू रीति रिवाज के साथ पूरे किए गए।
प्रमोद अग्रवाल अपनी बेटी की शादी को लेकर काफी चिंतित थे। प्रमोद अग्रवाल की लड़की दिव्यांग है, वह सोचते थे कि उनकी लड़की से कौन शादी करेगा । जिसके बाद प्रमोद अग्रवाल ने अपनी समस्या संतो को सुनाई। इस पर संत समाज ने कहा यदि आप अपनी बेटी की शादी करना चाहते है या कन्यादान करना चाहते है तो इसकी शादी भगवान् शालिग्राम से कर दीजिए। इससे इस लड़की शादी भी हो जाएगी और आपको कन्यादान करने का मौका भी मिलेगा।
संत समाज की बात सुनकर प्रमोद अग्रवाल ने इस बारे में सोचा। काफी सोच-विचार करने के बाद उन्होंने ठान लिया कि वह अपनी बेटी की शादी शालिग्राम से करेंगे। उन्होंने अपनी बेटी का विवाह शालिग्राम के साथ पूरे रीती रिवाज के साथ संपन्न कराया। 1 फरवरी को शुभ मुहर्त में अपनी बेटी का विवाह शालिग्राम से करा दिया। इस बीच बारात लड़की के घर आई। देहरी पूजन किया गया। सारे कार्यक्रम हिन्दू रिवाज के साथ कराएं गए। लड़की को धूमधाम से विदा किया।
शीतल जन्म से दिव्यांग है
शादी में ठाकुर शालिग्राम को दूल्हा बनाया गया तो वहीं शीतल अग्रवाल को दुल्हन के जोड़े में सजाया गया। जानकारी के मुताबिक सर्राफा व्यापारी प्रमोद अग्रवाल के दो बेट और एक बेटी है। बेटी का नाम शीतल अग्रवाल है। वह जन्म से ही दिव्यांग है। साथ ही वह कुछ भी बोल पाने में असमर्थ है।