रायपुर। श्री नारायणा हॉस्पिटल की गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. संजना खेमका द्वारा रविवार को “सर्वाइकल कैंसर अवेयरनेस कैंप” का लगाया गया। कैंप का आयोजन खमतराई के सामुदायिक भवन में हुआ। इसमें खमतराई क्षेत्र की लगभग 60 से 70 महिलाओं और युवतियों को सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों और बचाव के उपायों के प्रति जागरूक किया। 40 उम्र में […]
रायपुर। श्री नारायणा हॉस्पिटल की गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. संजना खेमका द्वारा रविवार को “सर्वाइकल कैंसर अवेयरनेस कैंप” का लगाया गया। कैंप का आयोजन खमतराई के सामुदायिक भवन में हुआ। इसमें खमतराई क्षेत्र की लगभग 60 से 70 महिलाओं और युवतियों को सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों और बचाव के उपायों के प्रति जागरूक किया।
डॉ. सजना ने लोगों को सवाईकल कैंसर के बारे में विस्तार से बताया। डॉ. संजना खेमका ने बताया कि महिलाओं को 40 साल की उम्र के बाद सर्वाइकल कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। इससे बचने या इसे प्रारंभिक स्तर में ही डायग्नोज करने के लिए नियमित तौर पर सीबीसी, थायराइड एवं प्रोलैक्टिन टेस्ट करना चाहिए। कैंसर की स्क्रीनिंग टेस्ट के लिए पेप-स्मीयर टेस्ट कराना जरुरी होता है ,जिसमें योनि से जो सफेद पानी का स्त्राव होता है, उसी सफेद पानी से कैंसर की स्क्रीन टेस्ट की जाती है। जिससे पता चलता है कि सवाईकल कैंसर है या नहीं।
डॉ ने बताया कि चेस्ट की भी नियमित तौर पर सोनोग्राफी कराना बहुत जरुरी होता है। 18 साल से कम उम्र की लड़कियों को सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन के बारे में भी बताया है। उन्होंने बताया कि, इस वैक्सीन की तीन डोज लगाने से सर्वाइकल कैंसर से बचाव संभव होता है। इस कैंप में इस क्षेत्र की चमेली साहू, दामिनी तेली, सुभद्रा साहू, मीना साहू, निर्मला साहू मल्लिका, सरस्वती देवांगन, छलिया सिन्हा और योगेश डॉ योगेश्वरी कुर्रे का सहयोग सराहनीय रहा।