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Karva Chauth 2023: करवा चौथ कब? जाने पूजन का श्रेष्ठ मुहूर्त

रायपुर। देश भर में फेस्टिव सीजन की शुरुआत नवरात्रि से ही जारी है। ऐसे में करवा चौथ की बात करें तो देश भर में करवा चौथ बुधवार यानी एक नवंबर को मनाया जाएगा। बुधवार शाम 7:30 से 10:20 बजे तक पूजन का श्रेष्ठ मुहूर्त बताया गया है। वहीं रात 8:26 बजे पर चांद अपनी अलौकिक […]

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Know the best time for worship
  • October 31, 2023 2:48 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

रायपुर। देश भर में फेस्टिव सीजन की शुरुआत नवरात्रि से ही जारी है। ऐसे में करवा चौथ की बात करें तो देश भर में करवा चौथ बुधवार यानी एक नवंबर को मनाया जाएगा। बुधवार शाम 7:30 से 10:20 बजे तक पूजन का श्रेष्ठ मुहूर्त बताया गया है। वहीं रात 8:26 बजे पर चांद अपनी अलौकिक सुंदरता के साथ दिखाई देगा। इस अवसर पर महिलाएं निर्जल और निराहार रहकर वर्त रखेंगी। सुहागिन महिलाएं दिन भर निराहार रहने के बाद रात को चांद देखने के बाद पूजा-अर्चना कर व्रत खोलेंगी। माना जाता है कि सुहागिन महिलाएं करवा चौथ का व्रत अपने पति की दीर्घायु की कामना करने के लिए रखती है।

व्रत के दौरान खास संयोग

प्रसिद्ध ज्योतिष आचार्य दाधीच बताते हैं कि इस साल करवा चौथ पर खास संयोग बन रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि करवा चौथ के व्रत के दौरान सर्वार्थ सिद्धि का संयोग रहेगा। मौके पर ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि इस साल की करवा चौथ विशेष संयोग में होने के कारण महिलाओं के लिए सुखदायक साबित होने वाला है। वहीं आचार्य ने बताया कि करवा चौथ के सुबह 3:58 से शाम 4:34 तक मृगशिरा नक्षत्र रहेगा।

तुला राशि में रहेंगे प्रमुख ग्रह

आपको बता दें कि इस साल करवा चौथ पर 100 वर्ष बाद तुला राशि में तीन ग्रहों को रहने का योग बन रहा है। तीन प्रमुख ग्रह में मंगल, सूर्य और बुध ग्रह शामिल है। तमाम ज्योतिष आचार्य के अनुसार बताया जा रहा है इस साल करवा चौथ पर 100 वर्ष बाद त्रिग्रही योग बनते देखा जाएगा।

पूजा पाठ की दृष्टि से महत्वपूर्ण

करवा चौथ व्रत पर सूर्य और बुध ग्रह के एक साथ होने के कारण पंच महापुरुष योग भी बन रहा है। इस दौरान पूजा पाठ करना शुभ बताया गया है।

तैयारी में जुटी महिलाएं

करवा चौथ व्रत को लेकर सभी महिलाएं इसकी तैयारी में जुटी हुई है। वहीं बाजारों में रोनक भी बढ़ी हुई है। खरीदारी जोरों-शोरों से चल रही है। वहीं प्रसाद के लिए खाजे और मिठाइयां भी बनाई जा रही हैं।


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