रायपुर। देश भर में त्योहारों की धूम मची है। ऐसे में आज पूरा देश छोटी दिवाली मना रहा है। इस पर्व की शुरुआत धनतेरस से हो जाती है। बता दें कि 10 नवंबर को धनतेरस मनाया गया है। ऐसे में धनतेरस के एक दिन बाद ही छोटी दिवाली मनाई जाती है। यह पर्व कार्तिक मास […]
रायपुर। देश भर में त्योहारों की धूम मची है। ऐसे में आज पूरा देश छोटी दिवाली मना रहा है। इस पर्व की शुरुआत धनतेरस से हो जाती है। बता दें कि 10 नवंबर को धनतेरस मनाया गया है। ऐसे में धनतेरस के एक दिन बाद ही छोटी दिवाली मनाई जाती है। यह पर्व कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। तो ऐसे में चलिए जानते है, छोटी दिवाली और पूजा से जुड़ी तमाम जानकारी…
11 नवंबर, दिन शनिवार यानी आज दोपहर 1 बजकर 52 मिनट से छोटी दिवाली शुरू होगी और समाप्ति 12 नवंबर, दिन रविवार, दोपहर 2 बजकर 44 मिनट पर होगी. हालांकि, यह त्योहार हिन्दू धर्म में उदया तिथि के मुताबिक मनाया जाता है. इसलिए 11 नवंबर को छोटी दिवाली मनाई जा रही है।
पौराणिक मान्यता के मुताबिक, श्री कृष्ण ने कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को छोटी दीपावली पर राक्षस नरकासुर का वध किया था. इसलिए भगवान श्री कृष्ण की पूजा छोटी दिवाली के दिन की जाती है. वहीं, इस दिन पर मां काली की भी पूजा-अर्चना की जाती है। साथ में इस दिन हनुमान जी की भी पूजा होती है.
आपको सुबह छोटी दिवाली के दिन जल्दी उठकर नहाना-धोना चाहिए. इसके बाद साफ जगह पर कृष्ण भगवान और मां काली के मंत्रों का ध्यान-अर्चना करना चाहिए। इसके साथ आपको मंदिर में श्री कृष्ण और मां काली की चालीसा पाठ जरूर करना चाहिए.
अपने घर के मंदिर में आप शाम में श्री कृष्ण और मां काली को पंचमेवे की खीर का भोग लगाए और मां के चरणों में फूल- माला अर्पित करें. इसके बाद कृष्ण जी और मां काली की आरती करें. पूजा समाप्ति के पश्चात सबके बीच प्रसाद वितरित करें. इसके बाद यमराज को शाम के समय अर्पित करते हुए एक दीपक जरूर जलाए।