रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की पुलिस इन दिनों एक्शन मोड में आ गई है। बताया जा रहा है कि अपराधियों पर लगाम कसने के लिए बीजेपी विधायकों के बयान के बाद पिछले दो दिनों के अंदर ही पुलिस ने 352 गुंडे-बदमाशों को पकड़ कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने का दावा किया है। […]
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की पुलिस इन दिनों एक्शन मोड में आ गई है। बताया जा रहा है कि अपराधियों पर लगाम कसने के लिए बीजेपी विधायकों के बयान के बाद पिछले दो दिनों के अंदर ही पुलिस ने 352 गुंडे-बदमाशों को पकड़ कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने का दावा किया है। एसएसपी प्रशांत अग्रवाल के निर्देश अनुसार शहर में गुंडे-बदमाशों पर कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में पूरे जिले में धरपकड़ अभियान के साथ वाहनों की चेकिंग की जा रही है। इस दौरान प्रतिबंधात्मक धाराओं सहित अन्य अपराधों में 109 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
दरअसल, एएसपी सिटी लखन पटले के नेतृत्व में सभी राजपत्रित पुलिस अधिकारी और थाना प्रभारी पूरी फोर्स के साथ अपने-अपने क्षेत्र में अभियान चलाकर बदमाशों की धरपकड़ कर रहे हैं। इसके साथ ही होटल, ढाबा और अन्य दुकानों को रात 11 बजे बंद करवा रहे हैं। बुधवार को भी 26 आरोपियों के खिलाफ आबकारी एक्ट, तीन के विरुद्ध आर्म्स एक्ट, 9 लोगों पर जुआ खेलने, सट्टा एक्ट और 52 के खिलाफ प्रतिबंधात्मक धाराओं में कार्रवाई करने के साथ ही विभिन्न अपराधों के 6 स्थायी वारंट और 13 गिरफ्तारी वारंट के आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
इसके साथ ही क्राइम प्रिवेंशन पेट्रोलिंग, 112 की टीम थाना क्षेत्रों में घूम-घूमकर भीड़भाड़ वाले स्थानों, सार्वजनिक स्थानों, सुनसान स्थानों पर जमावाड़ा लगाकर नशा करने और अड्डेबाजी करने वालों के साथ संदिग्धों के वाहनों की डिक्की की तलाशी ली जा रही है। इस दौरान जेब में बटनदार चाकू रखकर घूमने वाले, सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने वालों पर सख्ती बरती जा रही है।
इस संबंध में एएसपी सिटी ने बताया कि अभियान के दौरान शराब के लिए स्थान उपलब्ध कराने, सार्वजनिक मैदान, पार्क, चौक-चौराहों और सार्वजनिक स्थान पर चार पहिया वाहन के अंदर शराब पीने वालों की भी धरपकड़ की जा रही है। इसके साथ ही बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, रेलवे ट्रैक के आसपास, होटल, लॉज और ढाबों की चेकिंग की जा रही है। इसके साथ ही प्रतिदिन होटल, ढाबा समेत अन्य दुकानों को उनके निर्धारित समय में अनिवार्य रूप से बंद कराया जा रहा है।