रायपुर। ग्वालियर शहर के बिरला नगर जंक्शन पर कुछ शरारती तत्वों ने ट्रेन को पलटाने का साजिश रची। देर रात स्टेशन की पटरी पर लोहे की रॉड को तारों से बांधकर रोड पर रख दिया। इस पटनरी से रात में लगभग डेढ़ बजे मालगाड़ी गुजरी। मालगाड़ी के लोको पायलट को जब रॉड दिखी, तो उसने […]
रायपुर। ग्वालियर शहर के बिरला नगर जंक्शन पर कुछ शरारती तत्वों ने ट्रेन को पलटाने का साजिश रची। देर रात स्टेशन की पटरी पर लोहे की रॉड को तारों से बांधकर रोड पर रख दिया। इस पटनरी से रात में लगभग डेढ़ बजे मालगाड़ी गुजरी। मालगाड़ी के लोको पायलट को जब रॉड दिखी, तो उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका।
इसके बाद GRP और RPF को मामले की सूचना दी। GRP और RPF के जवान देर रात घटनास्थल पर पहुंचे। जीआरपी ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। मामला दर्ज करने के बाद जांच-पड़ताल शुरु कर दी। नोटिस जारी के कारण मालगाड़ी की गति 12 किमी प्रतिघंटा थी। यदि ट्रेन की गति ज्यादा होती, तो छड़ें नजर नहीं आती। जिससे बड़ा हादसा हो सकता था।
तकनीकी अधिकारियों के मुताबिक लोहे की 2 छड़ें कुछ दूरी पर पटरी पर रखी हुई थी। यदि पहली छड़ से ट्रैन गुजर जाती तो पहिया कट सकता था, जिससे ट्रेन को झटका लगता और तब तक दूसरी छड़ पहिए के नीचे आ जाता। ऐसे में ट्रेन के डिरेल होने की पूरी आंशका थी। इस घटना की जानकारी मिलते ही पूरे दिन झांसी मंडल से प्रयागराज मुख्यालय तक हलचल मची रही, क्योंकि इससे पहले भी उत्तर मध्य रेलवे के भीतर विभिन्न स्टेशनों के आसपास ट्रेन पलटाने का साजिश रची।