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Ajab Gajab: मछुआरों के हाथ लगा खजाना, जाल में फंसी 6 फीट लंबी मछली

रायपुर। कर्वधा जिले के सरोदा जलाशय में मछुआरे सोमवार को मछली पकड़ने के लिए तालाब में गए थे। मछली पकड़ने के दौरान उनके हाथ खजाना लगा। मछुआरों को मछली पकड़ने के दौरान 65 किलो की विशाल मछली मिली है। जिसे देखने के बाद हर कोई हैरान हो गया है। यह मछली लोगों के बीच चर्चा […]

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  • December 3, 2024 5:07 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

रायपुर। कर्वधा जिले के सरोदा जलाशय में मछुआरे सोमवार को मछली पकड़ने के लिए तालाब में गए थे। मछली पकड़ने के दौरान उनके हाथ खजाना लगा। मछुआरों को मछली पकड़ने के दौरान 65 किलो की विशाल मछली मिली है। जिसे देखने के बाद हर कोई हैरान हो गया है। यह मछली लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।

मछली के लिए जाल डाला था

मछुआरों ने सुबह के समय सरोदा जलाशय में मछली पकड़ने के लिए जाल डाला था। जब उन्होंने जाल खींचा तो जाल भारी हो गया। जिसके बाद मछुआरों को लगा कि जाल में कोई बड़ा पत्थर फंसा है। जब उन्होंने जाल खींचने की कोशिश की, तो वह असफल रहे। इसके बाद अन्य मछुआरों को बुलाया गया और तीन साथियों की मदद से जाल बाहर निकाला गया। बाहर निकालते ही मछुआरों ने देखा कि उसमें 6 फीट लंबी और 65 किलो वजन वाली विशाल मछली फंसी हुई थी।

कई मछुआरा समितियां है

मछली को देख लोग काफी उत्साहित नजर आए। विशेषज्ञ ने बताया कि यह ब्लैक कार्प प्रजाति की मछली है। जिसका शरीर फ्यूसीफॉर्म होता है। वे गहरे भूरे, भूरे या नीले काले रंग की होती है। इस प्रजाति की मछली के पंख गहरे रंग के होते हैं। सरोदा जलाशय कबीरधाम जिले की मध्यम सिंचाई परियोजना का हिस्सा है। जलाशय का इस्तेमाल मछली पालन के लिए किया जाता है। यहां की तीन प्रमुख मछुआरा समितियां- श्रीराम मछुआ सहकारी समिति, केंवट मछुआरा समिति और नेताजी मछुआरा समिति को यह जलाशय पट्टे पर दिया गया है।

जलाशय रोजगार का केंद्र

मछली पालन विभाग के मुताबिक जलाशय स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का एक बड़ा केंद्र बन चुका है। लोग मछली को बेचकर अपना परिवार पालते हैं।


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