रायपुर। सीएम साय रविवार को कचहरी चौक स्थित शासकीय अनुदान प्राप्त शिक्षक एवं कर्मचारी संगठन की ओर से राष्ट्रीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल में आयोजित सम्मान समारोह में पहुंचे। यहां उन्होंने शिक्षक (गुरु) को भगवान से बड़ा बताया। गुरु ही भगवान से परिचय कराते हैं। उन्होंने आगे कहा, रामलला आ गए हैं। अब देश और प्रदेश में रामराज्य स्थापित होगा। रामराज्य में किसी के साथ अन्याय नहीं होगा।
साय बोले
सीएम विष्णुदेव साय ने जनता को संबोधित करते हुए कहा, कि रामलला आ गए हैं। अब प्रदेश और देश में रामराज्य स्थापित होगा। रामराज्य में किसी के साथ अन्याय नहीं होगा। हमारा देश विश्वगुरु था। मुगलों और अंग्रेजों के शासन के समय इसमें समस्याएं आईं, लेकिन अब हम फिर से विश्वगुरु बनने की ओर अग्रसर हैं। रविवार को कचहरी चौक स्थित शासकीय अनुदान प्राप्त शिक्षक एवं कर्मचारी संगठन की ओर से राष्ट्रीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल में आयोजित सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री ने यह बातें कही। उन्होंने कहा कि शिक्षक (गुरु) तो भगवान से भी बड़े होते हैं। गुरु ही भगवान से परिचय कराते हैं।
सीएम – प्रदेश को आगे बढ़ाना है तो शिक्षा का स्तर बढ़ाना होगा
स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि रामलला आ गए हैं, अब रामराज्य भी आएगा। किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा।आप लोगों की मांगों की सूची में कुछ समय पहली ही मिल गई है। मैने अधिकारियों को मांगो को पूरा करने के लिए कहा है। कुछ वित्तीय भार आएगा। सीएम इसकी स्वीकृति दे देंगे। प्रदेश को आगे बढ़ाना है तो शिक्षा का स्तर बढ़ाना होगा।
प्रत्येक शनिवार को अंतिम क्लास में केवल खेलकूद कराया जाएगा
नए सत्र से पहली कक्षा नैतिक शिक्षा की होगी कार्यक्रम के दौरान बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि नए सत्र से स्कूलों में पहली कक्षा योग और नैतिक शिक्षा की होगी। प्रत्येक शनिवार को अंतिम क्लास में केवल खेलकूद कराया जाएगा। योग पर बढ़ते विश्वास से इसे स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करना आवश्यक हो चुका है। नैतिक शिक्षा से छात्रों और नई पीढ़ी में राष्ट्रभक्ति और देशभक्ती की अलख जगाई जा सकेगी।
श्रीराम का ननिहाल हैं छत्तीसगढ़
पीएम नरेन्द्र मोदी ने माता शबरी की भक्ति और भगवान राम के आने की प्रतीक्षा को जिस तरह रेखांकित किया, उसने छत्तीसगढ़वासियों को द्रवित कर दिया है। छत्तीसगढ़ भगवान श्रीराम का ननिहाल है, इसलिए हमारी प्रसन्नता की कोई सीमा नहीं है। पूरे प्रदेश में इस तिथि को रामोत्सव के रूप में मनाया गया। सीएम ने लिखा कि मैंने इस अवसर पर माता शबरी के पवित्र धाम शिवरीनारायण से प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम का अवलोकन करने का निश्चय किया। अभिजीत मुहूर्त के शुभ क्षणों में जब आपने श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तो यह हम सबके लिए उल्लास का, गौरव का और भावुकता क्षण था।