रायपुर। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या के समय पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया गया. 76वां गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर भारत सरकार यह फैसला की है। छत्तीसगढ़ की 3 विभूतियों को इस बार पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया जाएगा. बता दें कि कला के क्षेत्र में रायगढ़ के कथक नर्तक पंडित राम लाल बरेठ को पद्मश्री मिलेगा. चिकित्सा के क्षेत्र में नारायणपुर के वैद्यराज हेमचंद मांझी को पद्मश्री से नवाजा जाएगा. तो वहीं समाज सेवा के क्षेत्र में काम करने के लिए जशपुर के जागेश्वर यादव को पद्मश्री मिलेगा. अब तक 29 लोगों को छत्तीसगढ़ में पद्मश्री से नवाजा जा चुका है. 26 लोगों को 1976 से 2023 तक पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पद्म पुरस्कारों से सम्मानित होने वाले विभूतियों को बधाई भी दी है.
जानें कौन-कौन होंगे सम्मानित
छत्तीसगढ़ के पंडित कला के क्षेत्र में रामलाल बेरठ को पद्मश्री से नवाजा जाएगा. राम लाल कथक रायगढ़ जिले के नर्तक हैं. इससे पहले अकादमी पुरस्कार से उन्हें नवाजा भी जा चुका है. सामाजिक कार्यकर्ता आदिवासी कल्याण के लिए काम करने वाले जागेश्वर यादव भी पद्मश्री से सम्मानित होंगे. बता दें कि उनको लोग बिरहोर के भाई के नाम से भी जानते है. उन्होंने अपना पूरा जीवन आदिवासियों के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया. नारायणपुर जिले के हेमराज मांझी को औषधि की परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए पद्मश्री से नवाजा जा रहा है। लोग उन्हें वैद्यराज मांझी के नाम से भी जानते हैं.
पंडवानी गायिका को मिला तीनों पद्म सम्मान
पूरी दुनिया में पंडवानी गायन के लिए अपनी अलग पहचान रखने वाली प्रदेश की एक मात्र ऐसी हस्ती जिन्हें तीनों पद्म सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है. 1988 में गायन (पंडवानी) के क्षेत्र में तीजन बाई को अपनी उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए पद्मश्री, पद्म भूषण 2003 में और पद्म विभूषण साल 2019 में दिया जा चुका है.