रायपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर में स्थित कांगेर वैली नेशनल पार्क को यूनेस्को की धरोहर की सूची में शामिल होने की संभावना है। बता दें कि इसके लिए कांगेर वैली पार्क प्रबंधन की तरफ से प्रस्ताव भी भेजा गया है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि नए साल में यूनेस्को की टीम पार्क का अवलोकन करने कांगेर वैली पार्क आ सकती है। जिसके बाद टीम पार्क की ओर से भेजे गए दस्तावेजों की सूची का मौके पर सत्यापन कर अपनी रिपोर्ट सबमिट करेगी।
बस्तर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र
दरअसल, करीब 200 वर्ग किलोमीटर के घने जगंलों में फैला नेशनल पार्क पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र होता है। यहां हर साल एक लाख से ज्यादा पर्यटक कांगेर वैली नेशनल पार्क में मौजूद कुटुमसर गुफा, कैलाश गुफा, दंडक गुफा, मादरकोंटा गुफा और देवगिरी सिद्ध गुफा जैसी प्रसिद्ध नैसर्गिक गुफाओं को देखने के लिए आते हैं। इसके साथ ही यहां मौजूद कांगेर वॉटरफॉल और जल जंगल जमीन की प्रकृति और संस्कृति की जैव विविधता से भरपूर इस पार्क को देखने पहुंचते हैं।
नए साल पर बन सकता है वैश्विक धरोहर
यही नहीं पर्यटकों की सुविधा के मद्देनजर पार्क के भीतर ही होमस्टे बनाए गए हैं। इसके अलावा, कांगेर झील में कयाकिंग की शुरुआत की गई है। छत्तीसगढ़ के राजकीय पक्षी पहाड़ी मैना के संवर्धन और संरक्षण के लिए भी पार्क में व्यवस्था की गई है। पार्क के डायरेक्टर धम्मशील ने कहा कि यूनेस्को की वैश्विक धरोहर में कांगेर वैली नेशनल पार्क शामिल होने से यह बस्तर के साथ-साथ पूरे प्रदेश और भारत के गर्व का विषय होगा। इसी कारण पार्क को अपडेट किया जा रहा है।