रायपुर। देश के तीनों राज्यों छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार मिली। जहां कांग्रेस को छत्तीसगढ़ में जीत की उम्मीद थी वहीं एग्जिट पोल ने भी कांग्रेस के हक में फैसला दिया था। लेकिन पासा ऐसा पलटा की तीनों ही राज्यों में बीजेपी की एंट्री हो गई। अब कांग्रेस के आलकमान की ओर से तीनों राज्यों में हार की समीक्षा की जा रही है। इसी सिलसिले में शुक्रवार को बैठक की गई।
खड़गे ने बताई वजह
दरअसल, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में ये बैठक की गई। जहां उन्होंने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हार का जिम्मेदार भूपेश बघेल सरकार का अत्यधिक ग्रामीण फोकस, पार्टी में लंबे समय से चल रही अंदरुनी लड़ाई, बीजेपी की सांप्रदायिक लामबंदी को ठहराया। इस बार बीजेपी ने कांग्रेस के छोटे वोटों पर कब्जा किया।
शहरी क्षेत्रों में हार का कारण
वहीं एआईसीसी अधिकारियों के मुताबिक 2018 में कांग्रेस का वोट शेयर 42 प्रतिशत था जबकि इस बार बीजेपी ने 13 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की है। इसके अलावा हिंदुत्व अभियान और जाति आधारित जनगणना पर पार्टी के जोर को भी जिम्मेदार ठहराया गया है। ये माना जा रहा है कि भूपेश बघेल सरकार का ग्रामीण फोकस करना शहरों में हार की वजह बना है।
90 में सिर्फ 35 सीटें बचा पाई पार्टी
बता दें कि कांग्रेस को छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों में से सिर्फ 35 सीटें ही मिली हैं। जबकि बीजेपी के खेमे में 54 सीट आई हैं। मतगणना के बाद आए परिणामों ने कांग्रेस को पूरी तरह से चौंका दिया है। ऐसा इसलिए क्योंकि चुनाव से पहले ये दावे किए जा रहे थे कि कांग्रेस दोबारा से प्रदेश में सरकार बनाने जा रही है लेकिन नतीजे बीजेपी के पक्ष में आए।