रायपुर। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में झोलाछाप डॉक्टर के हाथों एक व्यक्ति की मौत होने की खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि फर्जी डॉक्टर ने मरीज के हाथ, कमर और पेट में इंजेक्शन लगाया था। जिसके बाद मरीज की हालत सुधरने के बजाय और बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई। जिसके बाद पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया।
संपर्क करने पर धमकाने लगा डॉक्टर
दरअसल, पंचायत सेमरा के गुरूद्वारी गांव में भानुप्रताप ओट्टी का परिवार रहता है। हाल ही में भानुप्रताप की तबीयत खराब होने पर उसे डॉक्टर करन कुमार के पास ले जाया गया जिसने उसके हाथ, कमर और पेट में चार इंजेक्शन लगा दिए। जिसके बाद भानुप्रताप की सेहत सुधारने की जगह और बिगड़ गई। इसी बीच भानुप्रताप के पेट में तेज दर्द शुरू हो गया और उसकी पत्नी ने डॉक्टर से मोबाइल पर संपर्क किया। जिस पर डॉक्टर ने उन्हें उचित सलाह देने के बजाय मरीज और उसके परिजनों को धमकाना शुरू कर दिया।
पेट में बन चुका था घाव
डॉक्टर के व्यवहार से आहत होकर भनुप्रताप ने पसान पुलिस से शिकायत कर दी। वहीं शिकायत को सामान्य मानते हुए पुलिस ने विवेचना की बात कही। इस बीच भानुप्रताप की हालत और बिगड़ रही थी, जिससे चिंतित होकर परिजन उसे इलाज के लिए पेंड्रा लेकर गए। यहां से उसे बिलासपुर ले जाने की सलाह दी गई। जिसके बाद भानुप्रताप को सिम्स बिलासपुर में दाखिल कराया गया। यहां डॉक्टरों ने जांच करके बताया कि पेट में घाव बन गया है, जो पक चुका है। ऑपरेशन के बाद भी जब भानुप्रताप की तबीयत सही नहीं हुई तो परिजन उन्हें घर लेकर आ गए। फिर 18 नवंबर को भानुप्रताप को इलाज के लिए बिलासपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां 20 नवंबर की सुबह चार बजे उनकी मौत हो गई। वहीं इस पूरे मामले में पुलिस ने मृतक की पत्नी सुकुल बाई की शिकायत आरोपी चिकित्सक करन कुमार के खिलाफ केस दर्ज किया
युवक ने बनाया था चुप रहने का दबाव
मिली जानकारी के अनुसार मृतक भानुप्रताप ने पसान पुलिस से शिकायत की थी। जिसमें यह स्पष्ट उल्लेख किया गया था कि एक युवक ने कहा था कि डॉक्टर द्वारा पेट में इंजेक्शन लगाने का जिक्र किसी से न करे। जिसके कहने पर मरीज चुप्पी साधे बैठा था, लेकिन हालत बिगड़ने और डॉक्टर के व्यवहार से क्षुब्ध होकर उसने पुलिस में शिकायत कराई। जिसके बाद इस पूरे मामले में दबाव बनाने वाले युवक पर भी मामला दर्ज किया गया।