रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए 20 सीटों पर आज वोट डाले जा रहे हैं। वोटिंग के मद्देनज़र प्रदेश में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पहले चरण के 20 सीटों पर कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है। जिन सीटों पर मतदान हो रहे हैं उनमें बस्तर की 12 और दुर्ग की आठ विधानसभा सीटें हैं। बीजेपी और कांग्रेस के कई ऐसे दिग्गज हैं जिनकी किस्मत का फैसला आज मतदाता तय करने वाले हैं।
मोहम्मद अकबर
वीआईपी उम्मीदवारों की अगर बात करें तो कबीरधाम जिले की कवर्धा सीट से कांग्रेस के मोहम्मद अकबर चुनावी अखाड़ें में हैं। मोहम्मद अकबर राज्य के परिवहन मंत्री है साथ ही उनके पास कानून मंत्रालय भी है। बता दें कि मोहम्मद अकबर का नाम इसलिए भी चर्चा में हैं क्योंकि वो राज्य के इकलौते मुस्लिम विधायक हैं। बीजेपी ने इनके खिलाफ विजय शर्मा को उतारा है। 2018 के चुनाव में मोहम्मद अकबर ने भाजपा के अशोक साहू को 59 हजार वोटों से हराया था। 2018 से पहले 2013 और 2008 में इस सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी। 2013 के चुनाव में अशोक साहू ने मोहम्मद अकबर को हरा दिया था लेकिन 2018 में उन्होंने इस हार का बदला ले लिया।
कवासी लखमा
कांग्रेस की तरफ से चुनावी मैदान में उतारे गए एक और वीआईपी उम्मीदवार की बात करें तो वो हैं कवासी लखमा। छत्तीसगढ़ सरकार में वाणिज्य और उद्योग मंत्री लखमा बस्तर जिले की कोंटा विधानसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। कवासी लखमा का नाम प्रदेश के दिग्गज आदिवासी नेताओं में आता है। 1998 से लगातार पांच बार विधायक हैं। 2013 में सुकमा जिले के दरभा घाटी में कांग्रेस के काफिले पर हुए नक्सली हमले में कवासी लखमा जीवित बचे हुए लोगों में से एक हैं। कोंटा सीट से बीजेपी ने सोयम मुका को उतारा है। यह सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है और राज्य के गठन के बाद से इसपर कांग्रेस कभी नहीं हारी है।
दीपक बैज
कांग्रेस उम्मीदवार दीपक बैज बस्तर जिले की चित्रकोट सीट से चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज बस्तर लोकसभा सीट से सांसद भी हैं। 2013 से लगातार दो बार विधायक रह चुके हैं। इस सीट से दीपक बैज हैट्रिक लगाने के इरादे से उतरेंगे। वर्ष 2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने जीत दर्ज की थी जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में जब पार्टी ने उन्हें मैदान में उतारा तो उन्हें सफलता मिली। इस सीट पर बीजेपी ने विनायक गोयल को उतारा है।
लता उसेंडी
44 वर्षीय लता उसेंडी बीजेपी की उन नेताओं में शामिल हैं जो विधानसभा चुनाव में पार्टी की कमान संभाल रही हैं। छत्तीसगढ़ की कोंडागांव सीट से लता उसेंडी चुनावी मैदान में हैं। कोंडागांव नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के प्रमुख शहरी क्षेत्रों में शामिल है। लता उसेंडी के खिलाफ कांग्रेस की तरफ से दिग्गज नेता मोहन मरकाम मैदान में हैं। राज्य सरकार में मंत्री मोहन मरकाम और लता उसेंडी तीसरी बार एक दूसरे के आमने-सामने हैं। दोनों के बीच की यह भिड़ंत काफी रोचक होने वाली है। 2018 के चुनाव में लता उसेंडी मरकाम से हार गई थीं।
रमन सिंह
प्रदेश के पूर्व सीएम रमन सिंह राजनांदगांव से चुनावी मैदान में हैं। उनके खिलाफ कांग्रेस ने गिरीश देवांगन को उतारा है। गिरीश देवांगन सीएम बघेल के करीबी माने जाते हैं। उन्होंने कहीं और से टिकट मांगा था लेकिन कांग्रेस ने उन्हें 15 साल प्रदेश के सीएम रहे रमन सिंह के खिलाफ उतार दिया है। रमन सिंह की बात करें तो वो 15 साल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। एक बार सांसद और 6 बार विधायक रह चुके हैं। वर्तमान में बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। साथ ही छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं।