रायपुर। छत्तीसगढ़ में बीते डेढ़ साल से ईडी की कार्यवाही चल रही है, जो प्रदेश के तमाम विभागों में लगातार छापामार कार्यवाही कर रही है, कभी कोयला तो कभी शराब तो कभी DMF पर, लेकिन अब पवर्तन विभाग की मौजूदा कार्यवाही महादेव सट्टा एप चलाने वाले उन दो लड़कों पर हुई है जो छत्तीसगढ़ की राजधानी से करीब 30 किलोमीटर दूर भिलाई में एक जूस दुकान चलाया करते थे. पर आज ये जूस बेचने वाले लड़के भारत तो छोड़िए। ये लोग एशिया और यूरोप में भी अपने नेक्सस को चला रहे है।
ईडी ने किए 417 करोड़ रुपये जब्त
ईडी ने ऑनलाइन जुआ ऐप महादेव बुक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बड़ी कार्रवाई की है। ईडी की टीम बताया कि शुक्रवार को कोलकाता, भोपाल, मुंबई में तलाशी के बाद 417 करोड़ रुपये जब्त किए हैं. एजेंसी ने कहा कि मामले की जांच से पता चला है कि छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल महादेव ऑनलाइन बुक के मुख्य प्रमोटर हैं और दुबई से संचालन कर रहे हैं। इसमें कहा गया है कि महादेव ऑनलाइन बुक संयुक्त अरब अमीरात में एक केंद्रीय प्रधान कार्यालय से चलाया जाता है और अपने सहयोगियों को 70 से 30 प्रतिशत लाभ अनुपात पर “पैनल या शाखाओं” की फ्रेंचाइजी देकर संचालित होता है।
कौन है सौरभ चंद्राकर
सौरभ चंद्राकर के बारे में बताया जाता है कि वह छत्तीसगढ़ के भिलाई का रहने वाला है. उसके पिता नगर निगम में पंप ऑपरेटर थे. सौरभ की एक जूस की दुकान भी थी. चार साल पहले यानी साल 2019 में वो दुबई गया. इसके बाद वह अपने मित्र रवि उत्पल को भी बुला लिया। कुछ दिन बाद उसने महादेव एप (Mahadeva APP) लांच किया और फिर धीरे-धीरे ऑनलाइन सट्टा बाजार का बड़ा नाम बन गया।
संयुक्त अरब अमीरात में बनाया साम्राज्य
प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी ने बताया कि सट्टेबाजी के पैसे को किसी बैंक अंकाउट में भेजने के लिए बड़े पैमाने पर हवाला ऑपरेशन किए जाते हैं। नए यूजर और फ्रेंचाइजी (पैनल) चाहने वालों को आकर्षित करने के लिए सट्टेबाजी वेबसाइटों के विज्ञापन के लिए भारत में कैस (Cash) में बड़े पैमाने पर खर्च भी किया जा रहा है. ईडी ने कहा कि सौरभ चंद्राकर और उसके दोस्त उप्पल ने संयुक्त अरब अमीरात में अपने लिए एक साम्राज्य बनाया है।