रायपुर। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पर नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने सोमवार को जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जशपुर जिले के बगीचा थाना क्षेत्र में एक पहाड़ी कोरवा दंपति ने अपने दो नन्हें-मुन्हें बच्चों के साथ मौत को गले लगाया है. इसके बाद चंदेल ने कहा कि यह घटना छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार और प्रदेश के लिए बेहद शर्मनाक है।
घटना की दोषी है कांग्रेस सरकार
नारायण चंदेल ने आरोप लगाया कि इस घटना की दोषी पूरी तरह से छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार है. उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में सरकार ने खाद्यान्न घोटाला किया है. जो करीब छह सौ करोड़ रुपये से अधिक रकम की है. विभाग द्वारा इसका उच्च स्तरीय जांच होना अति आवश्यक है. लेकिन राज्य सरकार जांच के नाम पर पीछे हटती नजर आ रही है. जिस गांव में पहाड़ी कोरवा दंपति ने मौत को गले लगाया है, उस गांव के साथ-साथ आसपास के पूरा क्षेत्र में सड़क विहीन है. वहां के जनपद कार्यालय के अधिकारी सत्तापक्ष के देखरेख में शासन की टोटल रकम को गायब करने का अलग रिकॉर्ड बना रहे हैं. इतना ही नहीं जनपद सीईओ पिछलें 6 वर्ष से ज्यादा समय तक एक ही जगह पर कार्यरत है. ऐसा माना जाता है कि शासन का सौ प्रतिशत संरक्षण उनके ऊपर ही है।
दंपति के पास रोजगार नहीं था
नेता नारायण चंदेल ने कहा कि पहाड़ी कोरवा दंपति के पास रोजगार नहीं था, और ना ही राज्य के कांग्रेस सरकार ने उसे कोई रोजगार देने के बारे में विचार-विमर्श किया. बताया जा रहा है कि पहाड़ी कोरवा जनजाती का एक दंपत्ति अपने दो बच्चों की देख-भाल के लिए अपने घर से पंद्रह किलोमीटर दूर महुआ बिनने जाते थे. अगर दूसरी भाषा में कहा जाए तो उन्होंने जंगल को ही अपना घर और रोजगार बना रखा था. सबसे गर्व कि बात है कि भारत सरकार द्वारा पूरे देश में प्रत्येक व्यक्ति को प्रति महीने पांच किलो अनाज दिया जाता है. लेकिन पहाड़ी कोरवा आदिवासी इससे वंचित हैं. जिस कारण भूखे रहने के बजाए दंपती ने अपने दो मासूम के साथ मौत को गले लगा लिया।