रायपुर। छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ दिनों से मानसून पर ब्रेक की स्थिति बन गई है. जबकि उत्तर भारत के अधिकतर हिस्सों में इस समय बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. बारिश का कहर देखने को मिल रहा है. मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा के अनुसार आगामी दो-तीनों में छत्तीसगढ़ के कुछ जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है।
14 जुलाई से बारिश होने की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार आगामी 48 घंटों में छत्तीसगढ़ में भारी वर्षा होने की संभावना है. प्रदेश के राजनांदनांव, नारायणपुर, बीजापुर, कांकेर में तेज गरज-चमक के साथ भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. अगर बात की जाए प्रदेश के अन्य जिलों की तो बुधवार से ही पश्चिमी ओर से लगातार ठंडी हवा चल रही है. इसी वजह से बिलासपुर, दंतेवाड़ा, कोंडागांव, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही और बस्तर में बादल छाए हुए हैं. अनुमान लगाया जा रहा है कि 14 जुलाई से इन जिलों में भारी बारिश हो सकती है।
हवा का चक्रवर्ती परिसंचरण
अगर पिछले 24 घंटे की बात की जाए तो कई जिलों में सुबह से हल्की बारिश हुई. बारिश होने के बाद धूप निकल आई. जिस कारण लोग उमस से परेशान थे. मौसम विभाग के वैज्ञानिक एचपी चंद्रा के मुताबिक मानुसन देवरी का समुद्र तट पर बीकानेर ग्वालियर, सिद्दि, गया, बालूघाट और उसके बाद उत्तर पूर्व की तरफ अरुणाचल प्रदेश तक स्थित है. इसके अलावा ऊपरी हवा का चक्रवर्ती परिसंचरण उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश पर स्थित है।