रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने में कुछ ही महीने बाकी है. इसे देखते हुए प्रदेश में लगातार राजनीति गरमाई जा रही है. बता दें कि 2023 में होने वाला विधानसभा चुनाव से पहले ही स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बयान दिया था कि वो अपने राजनीति भविष्य के बारे में कुछ अलग फैसला लेंगे. लेकिन बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने टीएस सिंहदेव को छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री नियुक्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम बने TS सिंहदेव
जानकारी के अनुसार आगामी विधानसभा को लेकर कांग्रेस मुख्यालय दिल्ली में बुधवार को बैठक हुई. इसमे कांग्रेस के अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी, सीएम समेत पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. जहां विधानसभा और लोकसभा चुनाव के तैयारी को लेकर विचार विमर्श किया गया. इसके बाद चुनाव में जीत हासिल करने के लिए नई चुनावी रणनीति तैयार की है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने TS सिंहदेव को छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम नियुक्त करने के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है. आपको बता दें कि सिंहदेव ने पार्टी और संगठन को कुछ दिन पहले ही अपनी नाराजगी को जता दिया था. ऐसे में प्रदेश की सियासत में कयास लगाए जाने लगा कि TS अब भारतीय जनता पार्टी में इंट्री कर सकते हैं।
बीजेपी में कभी नहीं जाऊंगा- सिंहदेव
मिली जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कुछ दिन पहले ही कथित ऑपरेशन लोटस के बारे में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा था कि भाजपा ने उन्हें पार्टी में शामिल होने के लिए जबर्दस्त ऑफर दिया, लेकिन उन्होंने इसे ठुकराते हुए कहा था कि मैं अपनी पार्टी से नाराज जरूर हूं पर बीजेपी में कभी नहीं जाऊंगा. भाजपा के साथ अन्य राजनीतिक पार्टियों ने भी उन्हें केन्द्र में यानी दिल्ली में ऑफर दिया था।
कहीं गणित न बिगड़ जाए….
कांग्रेस को लग रहा था कि सिंहदेव पार्टी से नाराज हैं. कही ऐसा न हो कि विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस का तैयार किया गया गणित न बिगाड़ दें. उनकी इस नाराजगी से इस साल के चुनाव में कांग्रेस को कहीं हानि का सामना न करना पड़े।
सियासत में गहरी पैठ रखते हैं सिंहदेव
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव सरगुजा संभाग के साथ-साथ छत्तीसगढ़ की सियासत में गहरी पैठ रखते हैं. इसे कांग्रेस के अलावा अन्य पार्टियां भी बहुत अच्छी तरह जानती और समझती हैं. अगर बात की जाए विधानसभा चुनाव 2023 के बारे मे तो महज तीन से चार महीने ही बचे है. इससे पहले कांग्रेस हाईकमान ने सिंहदेव को डिप्टी सीएम का पद की जिम्मेदारी देकर एक प्रकार से पार्टी को हानि होने से बचाने की कवायद की है।