छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने प्रदेश के लोगों को नौवीं अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं दी हैं. योग दिवस की पूर्व संध्या पर बुधवार को यहां जारी अपने संदेश में उन्होंने कहा है कि योग मूल रूप से शरीर, मन के साथ आत्मा को शुद्ध करने की एक प्रक्रिया है. इससे शारीरिक शक्ति के साथ हमें आंतरिक भावनात्मक और सकारात्मकता की मजबूती भी प्राप्त होती है. सीएम ने कहा कि योग वास्तव में स्वस्थ, अनुशासित के तनावमुक्त जीवन जीने की एक शैली है।
इस साल का थीम ‘वसुधैव कुटुंम्बकंब‘
सीएम भूपेश बघेल ने बताया कि अपने शरीर को निरोग रहने के लिए योग को उत्तम साधन माना गया है. यह भारत की बहुत पुरानी परंपरा में से एक है. इसके महत्व के बारे में हमारे ऋषि-मुनियों ने बहुत पहले से ही जान लिया था. अब भारत के साथ पूरा विश्व योग का महत्व समझ रहा है. सबसे पहला अंतर्राष्ट्रीय दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया। तभी से हर साल 21 जून को पूरा विश्व योग दिवस मनाता है। इस साल की ‘वसुधैव कुटुंम्बकंब‘ के सिद्धांत पर आधारित ‘एक विश्व एक स्वास्थ्य‘ थीम रखी गई है. सीएम ने लोगों से अपने स्वास्थ्य के लिए योग करने की अपील की है।
योग से जीवन में आएगी सकारात्मकता
मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों से योग को अपनाने का आह्वान करते हुए कहा है कि शारीरिक ऊर्जा, स्वास्थ्य और प्रतिरोधक क्षमता के विकास पर योग का काफी सकारात्मक प्रभाव देखने को मिला है. योग को नियमित रूप से अपनी दिनचर्या में शामिल करें। ‘हर घर आंगन योग‘ के संदेश को जन-जन तक पहुंचाएं। योग से जीवन में सकारात्मकता आएगी। तन और मन दोनो स्वस्थ्य रखकर हम ‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़‘ के साथ ‘गढ़बो स्वस्थ्य छत्तीसगढ़‘ के सपने को तेजी से साकार कर सकते हैं. इसके साथ ही सीएम ने कहा कि स्वस्थ्य रहें और लोगों को स्वस्थ जीवन शैली के लिए प्रेरित करें