रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव आने में कुछ ही महीने बाकी है. इस चुनाव को देखते हुए भाजपा अभी से ही नई रणनीति तैयार करने में जुट गई है. बता दें कि चुनाव 2023 में बीजेपी नए चेहरों के सहारे अपनी नैया पार कर सकती है. बताया जा रहा है कि छ्त्तीसगढ़ में भाजपा की नैया को पार लगाने की व्यवस्था आज से नहीं बल्कि साल 2018 में कांग्रेस से हार मिलने के बाद से ही शुरू कर दी गई है. भारतीय जनता पार्टी हाईकमान अपने स्तर पर प्रदेश का सर्वे भी कर चुकी है।
माथुर को भाजपा प्रभारी की जिम्मेदारी
आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए पार्टी हाईकमान ने राजस्थान के श्रेष्ठ और 70 साल के जानकार वरिष्ठ नेता ओम माथुर को भाजपा छत्तीसगढ़ प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है. इस कार्य की जिम्मेदारी मिलने के बाद से ही वो पार्टी के पराजित के वजहों की समीक्षा करने में लगे है. इसके साथ ही वो प्रदेश की जमीनी हकीकत के बारे में जानने की लगातार प्रयास कर रहे है. इसके लिए छत्तीसगढ़ के 5 राजनीति गलियारे (5 संभाग) में एक्टिव हैं. इन राजनीतिक गलियारों में पार्टी प्रभारी ओम माथुर लगातार दौरा कर रहे हैं।
लोगों के अनुभवों को इकट्ठा करने में
पिछले कुछ दिनों से बस्तर संभाग के जगलपुर,सुकमा, कांकेर, बीजापुर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा और नारायणपुर में दौरा कर विधानसभा कोर कमेटी की बैठक ले चुके हैं. वे पार्टी के छोटे- बड़े नेताओं से बातचीत करने के दौरान या नए चेहरे मिलने से भी किसी प्रकार का कोई घृणा नहीं कर रहे हैं. गुजरात, महाराष्ट्र, यूपी समेत आठ राज्यों के प्रभारी रह चुके 70 वर्षीय ओम माथुर लोगों के अनुभवों को इकट्ठा करने में लगे हैं।